जयपुर। राजधानी जयपुर में अतिक्रमण के खिलाफ अब जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) एक्शन मोड में आ गया है। सांगानेर रेलवे स्टेशन रोड पर फैले अस्थायी अतिक्रमण को हटाने के लिए सोमवार को जेडीए की बड़ी कार्रवाई होने जा रही है। यह कदम न सिर्फ शहर की सौंदर्यता बहाल करने के लिए है, बल्कि यातायात को सुगम बनाने की दिशा में भी अहम माना जा रहा है।
अवैध अतिक्रमण पर चलेगा पीला पंजा
जेडीए की प्रवर्तन शाखा सोमवार को सांगानेर क्षेत्र में लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर तक फैले अतिक्रमण को हटाएगी। यह इलाका सांगानेर रेलवे स्टेशन रोड से सटा हुआ है, जहां सड़कों की सीमा में कई ठेले, अस्थायी दुकानें और निर्माण अवैध रूप से खड़े कर दिए गए हैं। इन सभी को हटाने के लिए अब बुलडोजर का सहारा लिया जाएगा।
सात दिन पहले से दी जा रही थी चेतावनी
पुलिस महानिरीक्षक कैलाश बिश्नोई के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से अतिक्रमण हटाने को लेकर लोगों को चेतावनी दी जा रही थी। प्रवर्तन शाखा ने मुनादी कराई और स्थानीय लोगों को स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने की अपील की। चेतावनी के बाद भी जब लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया, तब यह कठोर कार्रवाई का निर्णय लिया गया।
पुलिस और प्रशासनिक टीम रहेगी तैनात
कार्रवाई के दौरान जेडीए की टीमों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहेगा ताकि कोई अव्यवस्था या विरोध की स्थिति न बने। अधिकारियों ने साफ किया है कि अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई कानून के दायरे में रहकर की जाएगी।
सांगानेर के अलावा अन्य इलाकों में भी कार्रवाई
शनिवार को जेडीए ने आमेर क्षेत्र में एक बीघा सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया। साथ ही, कालवाड़ रोड पर दो अवैध कॉलोनियों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के तहत ग्रेवल और मिट्टी से बनी सड़कों को हटाया गया और भूखंडों की बाउंड्रीवॉल भी तोड़ी गई।
कार्रवाई का उद्देश्य
अधिकारियों के अनुसार, इस पूरी मुहिम का उद्देश्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाकर यातायात व्यवस्था को सुचारु करना है। सांगानेर रेलवे स्टेशन रोड जैसे व्यस्त क्षेत्रों में ठेले और दुकानें न सिर्फ ट्रैफिक को बाधित करती हैं, बल्कि हादसों की आशंका भी बढ़ा देती हैं।
भविष्य की योजना
जेडीए आने वाले दिनों में शहर के अन्य अतिक्रमण प्रभावित क्षेत्रों जैसे झोटवाड़ा, जगतपुरा और टोंक रोड क्षेत्र में भी इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। अधिकारियों का मानना है कि यदि समय पर अतिक्रमण नहीं रोका गया, तो इससे नागरिक सुविधाओं और शहरी प्रबंधन पर गहरा असर पड़ेगा।
जयपुर में तेजी से बढ़ते अतिक्रमण के खिलाफ जेडीए की यह सख्त कार्रवाई आने वाले समय में मिसाल बन सकती है। सांगानेर क्षेत्र की यह मुहिम सिर्फ अस्थायी ढांचों को हटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि एक साफ-सुथरे और व्यवस्थित जयपुर की दिशा में उठाया गया मजबूत कदम है। जनता से भी अपेक्षा है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और नियमों का पालन करते हुए शहर की सुन्दरता में भागीदार बनें।