विश्व पर्यावरण दिवस से एक दिन पहले बुधवार को धौलपुर जिले में वन विभाग ने सख्त कदम उठाया। मनिया कस्बे में लंबे समय से अवैध रूप से संचालित हो रही दो दर्जन से ज्यादा आरा मशीनों को जब्त कर उनके ढांचों को गिरा दिया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से आरा मशीन संचालकों में अफरा-तफरी मच गई।
क्षेत्रीय वन अधिकारी अरुण सोनी ने बताया कि अवैध आरा मशीनों के जरिए हरे पेड़ों की बेतहाशा कटाई की जा रही थी। इसकी लगातार शिकायतें मिलने के बाद जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी के निर्देश पर मनिया में कार्रवाई की गई। वन विभाग की टीम और पुलिस बल की मौजूदगी में कई बुलडोजरों की सहायता से मशीनों के फाउंडेशन तोड़े गए और लगभग डेढ़ दर्जन मशीनों को जब्त कर लिया गया।
कार्रवाई के दौरान कुछ आरा मशीन संचालकों ने विरोध करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सख्ती और प्रशासन की रणनीति के चलते हालात शांतिपूर्ण रहे। अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई मशीनों को जिला मुख्यालय स्थित वन विभाग कार्यालय में सुरक्षित रखा गया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लंबे समय से सक्रिय लकड़ी माफिया पर पहली बार कसा शिकंजा
जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में आरा मशीनें धड़ल्ले से चल रही थीं। यह संचालक गांव-गांव जाकर हरे पेड़ खरीदते और फिर उन्हें काटकर फर्नीचर तैयार कर बाजार में बेचते थे। लंबे समय से हरे पेड़ों की अवैध कटाई का यह धंधा चल रहा था, लेकिन पहली बार वन विभाग ने इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई कर लकड़ी माफिया के खिलाफ मोर्चा खोला है।