राजस्थान के जयपुर-नागौर मेगा हाईवे पर शनिवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब चलती कार में अचानक आग लग गई। जोबनेर के पास हुई इस घटना में कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई, लेकिन चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों ने दमकल विभाग की देरी पर नाराजगी जताई है।
घटना का विवरण
सुबह करीब 4 बजे जोबनेर के माच्छरखानी चौराहे के पास कपिल चौधरी अपनी कार से गुजर रहे थे, तभी वाहन से अचानक धुआं उठता दिखाई दिया। कपिल ने फौरन गाड़ी रोकी और बाहर निकल गए। कुछ ही पलों में कार में तेज धमाके हुए और आग की लपटें उठने लगीं।
ग्रामीणों की मदद और दमकल की देरी
धमाकों की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे और पानी व मिट्टी से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग ने विकराल रूप ले लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सूचना देने के एक घंटे बाद तक भी जोबनेर दमकल नहीं पहुंची। बाद में फुलेरा थाना पुलिस और नगरपालिका की दमकल टीम पहुंची और आग पर काबू पाया गया।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
फुलेरा थानाधिकारी श्रवण कुमार के अनुसार, कार में तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट से आग लगना प्रतीत होता है। गनीमत रही कि चालक समय रहते बाहर निकल गया। माचरखानी निवासी गिरधारी मामोडिया ने कहा कि अगर दमकल समय पर आ जाती, तो नुकसान कम हो सकता था। इस लापरवाही की जानकारी नगरपालिका अधिकारियों को दे दी गई है।
इस घटना ने एक बार फिर हाईवे पर चलने वाले वाहनों की सुरक्षा और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। आग जैसी घटनाओं से जान का बड़ा खतरा होता है, लेकिन कपिल चौधरी की सतर्कता से एक संभावित त्रासदी टल गई। जरूरत है कि दमकल और प्रशासन ऐसी आपात स्थितियों में समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करें।