
भरतपुर: केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के पास जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर गुरुवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें चाचा और भतीजे की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि राहगीरों के रोंगटे खड़े हो गए। एंबुलेंस करीब एक घंटे तक नहीं पहुंच सकी, और इस दौरान दोनों के शव सड़क पर पड़े रहे। बाद में पुलिस ने उन्हें आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा।
हादसे की जानकारी और मृतकों की पहचान
सारस चौकी प्रभारी एएसआई राधाकिशन ने बताया कि चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव गामड़ी निवासी रूप किशोर, पुत्र दौलीराम, और उनका भतीजा दीपक उर्फ छोटू, पुत्र ओमप्रकाश, भवनपुरा में एक शादी समारोह में शामिल होकर देर रात बाइक से वापस घर लौट रहे थे। जैसे ही वे केवलादेव उद्यान के सामने पहुंचे और घने के पास बने कट को पार कर रहे थे, एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
एक घंटे तक सड़क पर पड़े रहे शव
हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। करीब 10–20 मिनट में मथुरा गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को सड़क किनारे किया। कई बार एंबुलेंस को कॉल करने के बावजूद यह करीब एक घंटे तक नहीं पहुंच सकी। मजबूरी में पुलिसकर्मियों ने रास्ते से गुजर रही एक एंबुलेंस को रोककर दोनों शव आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी भेजे।
पोस्टमार्टम और परिजनों की प्रतिक्रिया
मथुरा गेट थाना प्रभारी दिलावर सिंह भाटी ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम शुक्रवार को कराया जाएगा। वहीं, सारस चौकी प्रभारी एएसआई राधाकिशन ने कहा कि दोनों युवक भवनपुरा से शादी समारोह से लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें टक्कर मारी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और चीख-पुकार मच गई।














