अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह त्रासदी सिर्फ एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि कई परिवारों की खुशियों को छीन ले गई। इस दर्दनाक घटना में कुल 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें देश के विभिन्न राज्यों से आए यात्री और छात्र शामिल थे। राजस्थान ने भी इस भीषण दुर्घटना में अपने 14 होनहार नागरिकों को खो दिया है, और उनमें से एक नाम जो सभी की आंखें नम कर देता है — हनुमानगढ़ का 19 वर्षीय प्रतिभाशाली छात्र, मानव भादू।
सफेद कोट का सपना लेकर चला था, सफेद कफन में लौटा:
पीलीबंगा क्षेत्र के गांव दुलमाणी के वार्ड नंबर 22 निवासी मानव भादू का सपना था कि वह सफेद कोट पहनकर डॉक्टर बने और जनसेवा करे। वह अहमदाबाद के प्रतिष्ठित बी.जे. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। जो बेटा एक दिन गांव की शान बनने वाला था, वह अब सफेद कफन में अपने पैतृक घर लौट रहा है। इस दुर्घटना की खबर से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
कॉलेज कैंपस में ही हादसे की चपेट में आया:
यह भयावह हादसा 12 जून को दोपहर करीब 1 बजे हुआ, जब एयर इंडिया की एक फ्लाइट, जो तकनीकी खराबी के चलते नियंत्रण खो बैठी थी, बी.जे. मेडिकल कॉलेज की मेस से टकरा गई। उस समय कई छात्र वहां खाना खा रहे थे, जबकि कुछ खाना खाकर बाहर निकल रहे थे। जैसे ही विमान की टक्कर मेस की छत से हुई, पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई और चारों ओर धुआं, आग और मलबा फैल गया। इसी हादसे में मानव भादू भी बुरी तरह घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
गांव में मातम, आज होगा अंतिम संस्कार:
मानव के पार्थिव शरीर को शनिवार को उनके पैतृक गांव दुलमाणी लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान और ग्रामीणों की भारी भीड़ की उपस्थिति में किया जाएगा। मानव के पिता, दलीप भादू, हनुमानगढ़ में एक निजी बैंक में क्लस्टर हेड (कृषि विभाग) के पद पर कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि मानव ने पिछले वर्ष ही कठिन परिश्रम से नीट परीक्षा पास कर बी.जे. मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था।
इस दुखद घड़ी में मानव को अंतिम विदाई देने के लिए जिले के कई जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और सैकड़ों ग्रामीण उमड़ पड़ेंगे। यह हादसा सिर्फ एक युवा की मौत नहीं, बल्कि कई अधूरे सपनों, उम्मीदों और भविष्य के एक सुनहरे अध्याय का अंत भी है।