गुजरात के अहमदाबाद शहर में गुरुवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र में भय और अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन की ओर उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के महज पांच मिनट बाद मेघानी नगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान की टक्कर से जोरदार धमाका हुआ और आसमान में करीब 2 किलोमीटर तक धुएं का विशाल गुबार फैल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद इतना तेज धमाका हुआ कि स्थानीय लोगों को लगा मानो कोई बड़ा बम विस्फोट हुआ हो। मेघानी नगर से वस्त्रापुर तक के इलाके में धुएं का गुबार फैल गया। लोगों में डर का माहौल बन गया और घरों से लोग बाहर की ओर भागने लगे। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मलबे से उठता धुआं और आपातकालीन सेवाओं की गहमा-गहमी देखी जा सकती है।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश का LIVE वीडियो pic.twitter.com/i2eRGLPMPx
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) June 12, 2025
DGCA और एयर इंडिया की पुष्टि
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के प्रमुख फैज अहमद किदवई ने पुष्टि की कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से टेकऑफ हुई थी और पांच मिनट के भीतर ही क्रैश हो गई। विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर्स शामिल थे। विमान भारी मात्रा में फ्यूल के साथ उड़ान पर था, क्योंकि यह लंबी दूरी की इंटरनेशनल फ्लाइट थी।
कैसे हुआ हादसा?
DGCA की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान टेकऑफ के बाद संतुलन खो बैठा और रनवे या टैक्सीवे से भटककर रिहायशी क्षेत्र की एक निर्माणाधीन दीवार से टकरा गया। टक्कर के साथ ही विमान में आग लग गई, जिससे आग और धुएं का विकराल रूप देखा गया। फायर ब्रिगेड, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य में जुट गईं।
हादसे के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। आसपास के रिहायशी इलाकों की सड़कें भी सील कर दी गई हैं ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई बाधा न आए। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और प्रशासन का सहयोग करें।
यह हादसा न केवल तकनीकी विफलता बल्कि एयर सेफ्टी पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। जिस प्रकार टेकऑफ के महज पांच मिनट के भीतर विमान क्रैश हुआ और धमाके के साथ आग लग गई, वह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। राहत और बचाव कार्य पूरे जोर पर हैं, लेकिन अब सभी की निगाहें DGCA की विस्तृत जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो बताएगी कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई।