अहमदाबाद प्लेन क्रैश में शनिवार तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है। इस भीषण दुर्घटना में न केवल विमान में सवार यात्री मारे गए, बल्कि जमीन पर मौजूद कई लोग भी इस त्रासदी का शिकार बने। कारण यह था कि एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर प्लेन सीधे बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की इमारत पर आकर गिरा था, जिससे हॉस्टल में रह रहे डॉक्टर, स्टूडेंट्स, स्टाफ और अन्य लोगों की भी दर्दनाक मौत हो गई।
टाटा ग्रुप ने पहले ही इस भीषण हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि देने का ऐलान किया था। अब यह सवाल सामने आया कि क्या जमीन पर जान गंवाने वालों के परिजन भी इस मुआवजे के हकदार होंगे?
क्या हॉस्टल में मारे गए लोगों को भी मिलेगा 1 करोड़ का मुआवजा?
टाटा समूह की ओर से साफ किया गया है कि जमीन पर जान गंवाने वाले पीड़ितों को भी एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। यानी जो लोग विमान में सवार नहीं थे लेकिन प्लेन गिरने से मारे गए, वे भी इस मुआवजे के पात्र माने जाएंगे। इसके अतिरिक्त, टाटा ग्रुप ने यह भी वादा किया है कि घायल लोगों का संपूर्ण इलाज, उनके मेडिकल खर्च और देखभाल की जिम्मेदारी भी वह खुद उठाएगा। प्रत्येक पीड़ित को उनकी जरूरतों के मुताबिक हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
क्या बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत को मिलेगा पुनर्निर्माण सहयोग?
टाटा समूह ने यह भी घोषणा की है कि बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की क्षतिग्रस्त इमारत की मरम्मत के लिए भी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। ड्रीमलाइनर विमान के गिरने से इमारत को भारी नुकसान पहुंचा था, जिससे कई कमरे पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे। हादसे में कुल 241 यात्रियों और क्रू मेंबर की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि जमीन पर मौजूद अन्य 33 लोग भी मारे गए, जिनमें से अधिकांश मेडिकल कॉलेज परिसर में थे। चमत्कारिक रूप से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है।
क्या मिलेंगे नौकरी और अन्य लाभ?
जब टाटा ग्रुप से यह पूछा गया कि क्या वह मुआवजा राशि के अलावा मृतकों के परिवारजनों को नौकरी या अन्य दीर्घकालिक लाभ भी देगा, तो एक अधिकारी ने कहा, “इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। स्थिति का आकलन किया जा रहा है और पूरी जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वर्तमान में टाटा द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि के अलावा, यात्रियों के परिजनों को बीमा कंपनियों से लगभग 1.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त मुआवजा भी मिलने की संभावना है।”