आईपीएल 2025 का रोमांच अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। इस सीजन ने कई युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को उजागर किया है, लेकिन बिहार के 14 वर्षीय सनसनीखेज़ बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए वैभव ने आईपीएल 2025 में जबरदस्त रन बनाए और बड़े-बड़े गेंदबाजों को मात देकर अपनी अलग पहचान बनाई। अब वे आईपीएल के एक महत्वपूर्ण अवॉर्ड की दौड़ में भी हैं।
IPL के बड़े अवॉर्ड की दौड़ में वैभव सूर्यवंशी
बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव में 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया है। महज 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने आईपीएल में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, साथ ही टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। 19 अप्रैल 2025 को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में 14 साल और 23 दिन की उम्र में डेब्यू करते हुए, वैभव ने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी का परिचय दिया।
इसके बाद, 28 अप्रैल 2025 को गुजरात टाइटंस के खिलाफ उन्होंने केवल 38 गेंदों में 101 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 11 छक्के और 7 चौके शामिल थे। यह शतक आईपीएल में क्रिस गेल के 30 गेंदों के शतक के बाद दूसरा सबसे तेज़ शतक है और किसी भारतीय खिलाड़ी का सबसे तेज शतक भी है। इस पारी ने वैभव को रातों-रात स्टार बना दिया और सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हुई। अब वे आईपीएल के इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड जीतने के प्रमुख दावेदार बन चुके हैं।
इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड किसे दिया जाता है?
आईपीएल का इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड उन युवा खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिनका जन्म 1 अप्रैल 1999 या उसके बाद हुआ हो, जिन्होंने 5 टेस्ट या 20 वनडे से ज्यादा मैच न खेले हों, सीजन की शुरुआत से पहले 25 से कम आईपीएल मैच खेले हों और जिन्होंने पहले यह अवॉर्ड नहीं जीता हो। वैभव सूर्यवंशी इन सभी मानदंडों पर पूरी तरह से खरे उतरते हैं। इस सीजन उन्होंने 7 पारियों में कुल 252 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है, और उनका स्ट्राइक रेट 206.55 रहा है।
हालांकि, इस अवॉर्ड की दौड़ में उनका मुकाबला एक और बड़े नाम साई सुदर्शन से भी है, जिन्होंने इस सीजन 15 मैचों में 759 रन बनाए हैं और वे ऑरेंज कैप के लिए भी सबसे आगे चल रहे हैं।