राजस्थान: आने वाली पीढ़ी के लिए वनों का संरक्षण जरूरी, विश्व वानिकी दिवस पर बोले CM भजनलाल
By: Jhanvi Gupta Fri, 21 Mar 2025 6:00:46
विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वनों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रकृति हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और अगर हम इसके साथ छेड़छाड़ करते हैं, तो यह हमारे अस्तित्व के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि आज हमारे जंगल घटते जा रहे हैं, नदियां सिकुड़ रही हैं और पहाड़ छोटे हो रहे हैं, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। सीएम ने कहा, "हमें वनों के विकास और संरक्षण के लिए अपना संकल्प दृढ़ता से आगे बढ़ाना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का लाभ मिल सके।"
सीएम ने राजस्थान के स्वर्णिम इतिहास का उल्लेख करते हुए मां अमृता देवी और उनकी बेटियों के बलिदान को याद किया, जिन्होंने वन संरक्षण के लिए अपनी जान दी थी। उन्होंने कहा, "भारतीय संस्कृति में नदियों, पर्वतों और वृक्षों का विशेष स्थान है, लेकिन आधुनिक संसाधनों के बढ़ते उपयोग से हो रही पर्यावरणीय क्षति को रोकने के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए वनों का संरक्षण करें, ताकि वे भी प्राकृतिक संसाधनों का लाभ उठा सकें।"
''कोई भी जीव फालतू नहीं है, हर एक का अपना महत्व है'' - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वन्य जीवन और पर्यावरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि वन न केवल हमें फल, फूल और भोजन प्रदान करते हैं, बल्कि ये वन्य जीवों के लिए भी संरक्षण का स्थान हैं। उन्होंने बताया कि एक पेड़ पर कई जीव-जंतु आश्रय लेते हैं, और यह पारिस्थितिकी तंत्र ही हमारे जीवन को संचालित करता है। उन्होंने कहा, ''इस सृष्टि में कोई भी जीव फालतू नहीं है, हर एक का अपना महत्व है।''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''वन हमें शुद्ध हवा के साथ-साथ औषधियाँ भी प्रदान करते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं''।
''मधुमक्खी पालन से हजारों परिवारों का जीवनयापन हो रहा है''
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आजकल मधुमक्खी पालन से हजारों परिवारों का जीवनयापन हो रहा है, जो वन आधारित आजीविका का एक आदर्श उदाहरण है। उन्होंने कहा, "हमें वनों के महत्व को समझते हुए इसके संरक्षण के लिए कदम उठाना चाहिए। वन हमें बहुत कुछ देते हैं, इसलिए इनकी रक्षा हमारी जिम्मेदारी है। यदि हम आज वन बचाते हैं, तो हम आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और स्वस्थ पर्यावरण दे पाएंगे।"