आंध्र प्रदेश की नई राजधानी होगी विशाखापत्तनम, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का एलान
By: Priyanka Maheshwari Tue, 31 Jan 2023 2:40:47
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने एलान किया है कि राज्य की अगली राजधानी विशाखापत्तम होगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि वह अपना कार्यालय विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करेंगे। दरअसल, 2014 में तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग किए जाते वक्त हैदराबाद को 10 साल के लिए दोनों राज्यों की साझा राजाधानी घोषित किया गया था। यह समयावधि पूरी होने के बाद में हैदराबाद को तेलंगाना को सौंपे जाने का निर्णय हुआ। ऐसे में आंध्र प्रदेश को 2024 से पहले ही राजधानी का एलान करना था।
इससे पहले 23 अप्रैल 2015 को चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा सरकार ने अमरावती को आंध्र प्रदेश की अगली राजधानी घोषित किया था। इसके बाद 2020 में जगन सरकार ने ही आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां होने की बात कही थी। इनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल का नाम सामने आया था। हालांकि, बाद में वाईएसआर कांग्रेस सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया था और अमरावती को ही राजधानी बनाने की बात कही थी।
Andhra Pradesh Chief Minister Jagan Mohan Reddy makes a big announcement at the International Diplomatic Alliance Meet in New Delhi.
— Y Vasu Naidu YSRCP (@yvnaidu_ysrcp) January 31, 2023
I am here to invite you to Visakhapatnam which will be our capital. I will also be shifting to Vizag. pic.twitter.com/IOnfBrHuqo
दरअसल, अमरावती एक कथित भूमि घोटाले का केंद्र रहा है, जिसके लिए रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी ने पूर्व मुख्यमंत्री, टीडीपी के एन चंद्रबाबू नायडू पर आरोप लगाया था। रेड्डी की पार्टी ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने, जिन्हें नई राजधानी के स्थान के बारे में पहले से बताया गया था। उन्होंने वहां अनुचित लाभ उठाने के लिए जमीन खरीदी थी। केंद्र को दिए एक जानकारी में राज्य सरकार ने कहा कि 2014 में ऐसे लोगों द्वारा 4,000 एकड़ से अधिक जमीन खरीदी गई थी। इस कथित घोटाले को लेकर रेड्डी सरकार ने सीबीआई जांच की मांग भी की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अमरावती में कई लोकेशन्स के बारे में पहले से ही कार्य योजना का खुलासा हो गया था। हालांकि, चंद्रबाबू नायडू ने ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।