अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया बयान में कनाडा को 'सबसे घटिया देशों में से एक' करार दिया। मंगलवार को दिए गए बयान में ट्रंप ने कहा कि कनाडा के साथ व्यापार समझौता करना बेहद मुश्किल है, क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव लगातार बढ़ रहा है।
अमेरिका-कनाडा व्यापार युद्ध
व्यापारिक तनाव की शुरुआत अमेरिका द्वारा कनाडा पर टैरिफ लगाने से हुई, जिसके जवाब में कनाडा ने भी प्रतिशोधी टैरिफ लगा दिए। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि कनाडाई नागरिकों ने अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार शुरू कर दिया।
'कनाडा को 51वां राज्य बनाया'
एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में जब ट्रंप से पूछा गया कि वे कनाडा के प्रति अन्य देशों की तुलना में अधिक सख्त क्यों हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, "मैं हर देश के साथ सीधे या परोक्ष रूप से डील करता हूं। कनाडा सबसे घटिया देशों में से एक है।" इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी दावा किया कि "कनाडा को 51वां राज्य बनाया गया, क्योंकि अमेरिका हर साल उसे $200 बिलियन की सब्सिडी देता है।" हालांकि, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अनुसार, 2024 में अमेरिका-कनाडा व्यापार घाटा $63.3 बिलियन था।
.@POTUS: One of the nastiest countries to deal with is Canada. Now, this was Trudeau — good old Justin. I call him Governor Trudeau. His people were nasty and they werent telling the truth. pic.twitter.com/Sf7cyaVfSU
— Rapid Response 47 (@RapidResponse47) March 19, 2025
'कनाडा से हमें कुछ भी नहीं चाहिए'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कनाडा पर तीखा हमला बोलते हुए उसे अमेरिका का 51वां राज्य करार दिया। उन्होंने कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को "गवर्नर ट्रूडो" कहकर संबोधित किया।
अमेरिका को कनाडा की जरूरत नहीं?
अमेरिका की कनाडाई आयात पर निर्भरता को खारिज करते हुए ट्रंप ने कहा, "हमें उनका लकड़ी नहीं चाहिए, हमें उनकी ऊर्जा नहीं चाहिए, हमें कुछ भी नहीं चाहिए। हमें उनकी गाड़ियों की तो बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।"
पीएम बनते ही मार्क कार्नी का जवाब
हाल ही में, बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर और अर्थशास्त्री मार्क कार्नी ने कनाडा के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली। ट्रंप की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि वे अमेरिका के साथ संतुलित साझेदारी की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि जब तक दोनों देशों के बीच गंभीर वार्ता नहीं होती, ट्रंप कनाडा की संप्रभुता को लेकर अपमानजनक बयानबाजी जारी रख सकते हैं।