मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिया गया विवादित बयान जोर-शोर से चर्चा में है। विजय शाह ने कर्नल सोफिया को आतंकवादियों की बहन बताया था, जिससे राजनीतिक विवाद गहराया। इस मामले पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भाजपा पर तंज कसा और कहा कि जो मन में था, वह अब सबके सामने आ गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि भाजपा यह रवैया पहले से अपनाती आ रही है।
स्वामी ने भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जिस पार्टी के प्रवक्ता मुसलमान होते हैं, और वह चुन-चुनकर मुसलमान प्रवक्ताओं को रखती है, फिर भी मुसलमानों के प्रति ऐसी नकारात्मक सोच क्यों?” उनका कहना था कि पार्टी का असली चेहरा छुपा होता है, जो अब खुलकर सामने आ गया है। उन्होंने आगे कहा कि जब हमारी सेना ने किसी अधिकारी को पद और दायित्व दिया है, तो उसके पीछे सोच-विचार ज़रूर होता है, ऐसे में उसके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना अनुचित है। स्वामी ने भाजपा की राजनीति को प्रशंसा और निंदा दोनों करने वाली राजनीति करार दिया।
सीजफायर पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की राय
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सीजफायर समझौते पर स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान के कुछ प्रांतों में अलग-अलग सेनाएं गठित हो चुकी थीं, जो पाक सेना के विरुद्ध थीं। ऐसे दुर्लभ मौके बार-बार नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि पूरा देश चाहता था कि पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, लेकिन यह सुनहरा मौका गंवा दिया गया।
भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान को जवाब दिया था। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान ने कई शहरों में हमले की कोशिशें कीं, जिनमें अधिकांश नाकाम रहीं। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है।