कृषि कानून के 1 साल पूरे होने पर अकाली दल का प्रदर्शन शुरु, संसद तक मार्च निकालने की तैयारी
By: Pinki Fri, 17 Sept 2021 11:55:26
कृषि कानून के एक साल पूरे होने पर शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब से संसद भवन तक 'ब्लैक फ्राइडे प्रोटेस्ट मार्च' निकालने की घोषणा की थी। हालांकि, उन्हें इस मार्च की अनुमति नहीं दी गई। लेकिन, प्रदर्शनकारी गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब से संसद तक मार्च निकालना चाहता है। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने भारी बंदोबस्त किए हैं। सुबह आगे बढ़ रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया। वहीं अकाली दल की तरफ से एक ट्वीट किया गया, जिसमें बार्डर सील करने का आरोप लगाया गया है।
Security personnel deployed at Delhi's Shankar road area, in view of a protest march to be held by Shiromani Akali Dal, against Centre's three farm laws pic.twitter.com/jqEKdsDs5y
— ANI (@ANI) September 17, 2021
Strongly condemn Delhi police for sealing entry points to national capital & detaining @Akali_Dal_ workers reaching Gurdwara Rakabganj Sahib. Receiving phone calls & videos telling how Police trying to foil protest march to Parl against 3 Farm Laws. It's an undeclared EMERGENCY! pic.twitter.com/lhHwMMTtqa
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) September 17, 2021
प्रदर्शन में भाग लेने जा रहे अकाली कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने झाड़ोदा बॉर्डर पर रोक दिया। पंजाब के नंबर वाली सभी गाड़ियों को लौटा दिया गया। कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस और CRPF ने उन्हें बलपूर्वक रोक दिया। इसके बाद ये कार्यकर्ता बॉर्डर की तरफ लौट गए। पुलिस का कहना है कि कोविड नियमों की वजह से इस मार्च की अनुमति नहीं दी गई है और नई दिल्ली में धारा 144 लगा दिया गया है।
अकाली दल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं और पंजाब के वाहनों को रोका जा रहा है। जबकि अन्य सभी गुजर रहे हैं। पंजाबियों को बताया जा रहा है कि उनका प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। हमारी शांतिपूर्ण आवाजों ने ताकतों को डरा दिया है।'
अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर बादल ने मंगलवार को लोगों से इस प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की थी। हरसिमरत कौर ने एक ट्वीट करके बताया है कि पुलिस ने दिल्ली में एंट्री के सभी पॉइंट बंद कर दिए हैं और कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है। उन्होंने कहा कि यह गैर-घोषित आपातकाल है।