पटना। पटना पुलिस ने मशहूर शिक्षक और यूट्यूबर खान सर से जुड़े एक्स हैंडल 'खान ग्लोबल स्टडीज' के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है। विवाद तब शुरू हुआ जब हैंडल ने खान सर की रिहाई की मांग करते हुए एक पोस्ट शेयर की, जबकि उन्हें कभी गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि पोस्ट भ्रामक, निराधार और भड़काऊ थी, जिसका उद्देश्य छात्रों को भ्रमित करना था।
सचिवालय की उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) डॉ. अनु कुमारी ने कहा कि पोस्ट में झूठा दावा किया गया था कि खान सर को हिरासत में लिया गया है तथा उनकी रिहाई की मांग की गई थी।
उन्होंने कहा, "इस हैंडल ने एक भ्रामक पोस्ट किया है। खान सर को हमने गिरफ्तार नहीं किया है।" पुलिस ने आगे बताया कि शिक्षक को अपनी मर्जी से गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन में देखा गया था और बाद में उनके अनुरोध पर पुलिस वाहन में उन्हें अटल पथ के पास छोड़ दिया गया।
पुलिस का यह बयान बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षाओं में 'सामान्यीकरण' प्रक्रिया के खिलाफ सिविल सेवा उम्मीदवारों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच आया है। प्रदर्शनकारी उम्मीदवार सामान्यीकरण प्रक्रिया के कारण होने वाली असमानताओं से बचने के लिए एक समान 'एक पाली, एक पेपर' परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
शनिवार को पटना में BPSC कार्यालय के पास जमा हुए सैकड़ों अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। परीक्षा प्रक्रिया में कथित बदलावों से परेशान छात्रों ने स्पष्टता और जवाबदेही की मांग की। हालांकि, BPSC अधिकारियों ने परीक्षा नियमों में कोई बदलाव करने से इनकार किया।
बढ़ते तनाव के बीच खान सर को छात्रों के समर्थन में आवाज़ उठाते हुए देखा गया। हालाँकि, स्थिति तब और भी विवादास्पद हो गई जब खान सर को गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन जाते हुए देखा गया। हालाँकि इससे उनकी गिरफ़्तारी की अटकलें तेज़ हो गईं, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि उन्हें न तो हिरासत में लिया गया और न ही गिरफ़्तार किया गया।
डॉ. कुमारी ने कहा, "वे अपनी मर्जी से आए और अपने अनुरोध पर स्टेशन से चले गए।" 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को होनी है।