बिहार विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर आक्रामक तेवर में नजर आए। सदन में पूछे गए एक सवाल पर वह भड़क गए और आरजेडी की दो महिला एमएलसी के साथ उनकी तीखी बहस हो गई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा बार-बार उन्हें बैठने का इशारा कर रहे थे, लेकिन नीतीश कुमार ने अपनी बात जारी रखी।
नीतीश कुमार ने आरजेडी सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि शिक्षा और महिलाओं के उत्थान के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने क्या किया? राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "इनके हसबैंड गए तो इनको सीएम बना दिया। महिलाओं के लिए सभी काम हमारी सरकार ने किया।"
सदन में नीतीश कुमार का गुस्सा
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए कहा, "आप जिनकी पार्टी में हैं, उन्होंने महिलाओं के लिए क्या किया? महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार ने ठोस कदम उठाए।"
इस पर राज्य सरकार में मंत्री सुनील कुमार ने भी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने बताया कि 2003 में महिलाओं की साक्षरता दर 34% थी, जो 2023 में बढ़कर 74% हो गई। वहीं, मंत्री निवेदिता सिंह ने विपक्ष को सलाह दी कि मंत्री जो भी बोल रहे हैं, उसे ध्यान से सुनना चाहिए क्योंकि सभी प्रश्नों के उत्तर सदन में मिलेंगे।
सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, कहा- ‘बउआ हैं, जो लिखा जाता है वही पढ़ते हैं’
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी को ‘बउआ’ (बच्चा) कहते हुए तंज कसा कि वह जो भी लिखकर दिया जाता है, बस उसे पढ़ते हैं।
वित्त विभाग संभाल रहे सम्राट चौधरी ने राज्य विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान कहा, "तेजस्वी को यह भी नहीं पता कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए क्या किया है। उनके पास ज्ञान की कमी है, वह सिर्फ वही बोलते हैं, जो लिखकर दिया जाता है।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर भी निशाना साधा और तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाए।