राजस्थान के पाली जिले में कन्या महाविद्यालय के परिसर में बना हेलीपैड इन दिनों चर्चा में है। वजह है—वहीं पिछले 37 दिनों से खड़ा एक हेलीकॉप्टर, जो अबतक उड़ान नहीं भर पाया है। ये हेलीकॉप्टर वहां क्यों खड़ा है, कब उड़ान भरेगा—इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इस हेलीकॉप्टर की सुरक्षा के लिए गार्ड्स 24 घंटे तैनात हैं, जो दिन-रात इसकी निगरानी कर रहे हैं।
यह वही हेलीकॉप्टर है जिससे राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे 29 मार्च को पाली पहुंचे थे। जब वे वापसी के लिए इसी हेलीकॉप्टर से रवाना होने लगे, तभी उसमें तकनीकी खामी आ गई। उड़ान भरते ही हेलीकॉप्टर से अचानक धुआं उठने लगा। थोड़ी ऊंचाई तक उड़ान के बाद पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए हेलीकॉप्टर को फिर से कॉलेज परिसर में ही स्थित हेलीपैड पर सुरक्षित उतार दिया। तभी से यह हेलीकॉप्टर यहीं खड़ा है।
अब हेलीकॉप्टर की सुरक्षा की जिम्मेदारी निजी गार्ड्स पर
शुरुआत में हेलीकॉप्टर की सुरक्षा के लिए स्थानीय थाने की पुलिस तैनात की गई थी। लेकिन चूंकि यह हेलीकॉप्टर एक निजी कंपनी का है, इसलिए अब पुलिस को हटा कर कंपनी की ओर से निजी सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। ये गार्ड कॉलेज परिसर में ही मौजूद रहकर हेलीकॉप्टर की देखरेख कर रहे हैं।
कॉलेज से जुड़े शिक्षकों का कहना है कि पहले बताया गया था कि हेलीकॉप्टर तीन-चार दिनों में मरम्मत के बाद उड़ान भर लेगा। लेकिन अबतक इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर के लिए नया इंजन मंगाया गया है और उसे फिट करने के लिए बाहर से इंजीनियर बुलाए जाएंगे। इसके लिए भी कम से कम तीन से चार दिन और लग सकते हैं।
कॉलेज प्रबंधन ने कंपनी को लिखा पत्र
कॉलेज की प्रिंसिपल ने बताया कि हेलीकॉप्टर की सुरक्षा में तैनात गार्ड्स कॉलेज के बिजली और पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए संबंधित कंपनी को पत्र लिखा गया है। कंपनी ने इस खर्च को वहन करने की सहमति जताई है और यह राशि कॉलेज के विकास कोष में जमा की जाएगी। कॉलेज प्रशासन की भी यही मंशा है कि हेलीकॉप्टर की तकनीकी समस्या जल्द से जल्द ठीक हो और वह सुरक्षित तरीके से परिसर से रवाना हो जाए।