जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित 2021 की उप निरीक्षक (SI) भर्ती परीक्षा को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा में अभ्यर्थियों को सही उत्तर देने पर शून्य अंक और गलत उत्तर देने पर एक अंक दिए गए, जिससे चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं ।
बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर तत्कालीन RPSC अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय की गिरफ्तारी और भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग की है । उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री ने पैसे लेकर डमी अभ्यर्थियों से परीक्षा दिलवाई, जिससे भ्रष्टाचार का मामला और गंभीर हो गया है ।
बेनीवाल ने यह भी कहा कि आरपीएससी के दो सदस्य जेल में हैं, लेकिन दीपक उत्प्रेती और संजय क्षेत्रीय की गिरफ्तारी नहीं हो रही है, जिससे जातिवाद की राजनीति का संदेह उत्पन्न होता है । उन्होंने आरोप लगाया कि वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के समय में आरपीएससी के चेयरमनों ने अपने रिश्तेदारों को आरएएस में चयनित किया, जिससे भ्रष्टाचार की संभावना और बढ़ गई है ।
बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने और कांग्रेस सरकार के घोटालों की जांच का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है । उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्यपाल से आरपीएससी को भंग करने, फर्जी तरीके से चयनित अभ्यर्थियों को निलंबित करने, तत्कालीन आयोग सदस्यों की गिरफ्तारी और सभी चयनित अभ्यर्थियों की कॉपियां सार्वजनिक करने की मांग की है ।
बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी पिछले 17 दिनों से सड़कों पर है और यदि सरकार ने युवाओं की आवाज नहीं सुनी, तो वे सड़क से सदन तक संघर्ष करेंगे । उन्होंने आरोप लगाया कि आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं, लेकिन सरकार इसकी सीबीआई से जांच नहीं करवा रही है ।
जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदेश के मेहनतकश युवाओं के हितों के संरक्षण की कड़ी में S.I. भर्ती को रद्द करवाने की मांग को लेकर चल रहे धरना स्थल पर सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल जी |#SI_भर्ती_2021_रद्द_करो #सद्बुद्धि_यज्ञ@hanumanbeniwal pic.twitter.com/4uRML8npbR
— Rashtriya Loktantrik Party (@RLPINDIAorg) May 19, 2025
बेनीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी जाति पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिर भी यदि कोई उनके खिलाफ आंदोलन करना चाहता है, तो वह कर सकता है । उन्होंने कहा कि वे पिछले 25 वर्षों से आंदोलन देख रहे हैं और किसी से डरते नहीं हैं ।
इससे पहले, 26 अप्रैल से शुरू हुआ आरएलपी का धरना 13 मई तक स्थगित कर दिया गया था, ताकि देश की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके ।