न्यूज़
Bigg Boss 19 Tejashwi Yadav Donald Trump Narendra Modi Rahul Gandhi

स्वतंत्रता दिवस विशेष : गांधीजी के इन आन्दोलनों ने ब्रिटिश हुकूमत को हिला कर रख दिया

हम आपको गांधीजी द्वारा चलाए गए प्रमुख आन्दोलनों के बारे में बताने जा रहे हैं।

Posts by : Ankur Mundra | Updated on: Sat, 11 Aug 2018 5:31:29

स्वतंत्रता दिवस विशेष : गांधीजी के इन आन्दोलनों ने ब्रिटिश हुकूमत को हिला कर रख दिया

भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने में गांधीजी का बड़ा योगदान माना जाता हैं। गांधीजी ने हमेशा अहिंसा के पथ पर चलने का संदेश दिया और हमेशा वे सीख दी है कि बिना किसी हिंसा के कोई भी लड़ाई लड़ी जा सकती है। स्वतंत्र आन्दोलन में गांधीजी की मुख्य भूमिका थी और उनके अनुयायी उनकी हर बात मानते थे। गांधीजी ने अहिंसा के पथ पर चलते हुए कई आन्दोलन किए और अपने इन आन्दोलानों से ब्रिटिश हुकूमत को हिला कर रख दिया। आज हम आपको गांधीजी द्वारा चलाए गए प्रमुख आन्दोलनों के बारे में बताने जा रहे हैं।

* चंपारण और खेड़ा सत्याग्रह

भारत में गांधी जी के नेतृत्व में सत्याग्रह आंदोलन के अंर्तगत अनेक कार्यक्रम चलाए गये थे। जिनमें प्रमुख है, चंपारण सत्याग्रह, बारदोली सत्याग्रह और खेड़ा सत्याग्रह। ये सभी आन्दोलन भारत की आजादी के प्रति महात्मा गांधी के योगदान को परिलक्षित करते हैं। गांधी जी ने कहा था कि, ये एक ऐसा आंदोलन है जो पूरी तरह सच्चाई पर कायम है और हिंसा का इसमें कोई स्थान नहीं है। बिहार के उत्तर-पश्चिम में स्थित चंपारण वह इलाका है जहां सत्याग्रह की नींव पड़ी। नील की खेती के नाम पर अंग्रेजी शासन द्वारा किसानों के शोषण के खिलाफ यहां गांधी के नेतृत्व में 1917 में सत्याग्रह आंदोलन चला था। खेड़ा सत्याग्रह गुजरात के खेड़ा जिले में किसानों का अंग्रेज सरकार की कर-वसूली के विरुद्ध एक सत्याग्रह (आन्दोलन) था।

gandhi ji movement,britishers,indian independence day

* संविनय अवज्ञा आंदोलन

इस आंदोलन के बारे में बात की जाए तो यह उन आंदोलन में से एक था जो ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ चलाया गया था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा इस आंदोलन को चलाया गया था। 1929ई। तक भारत को ब्रिटेन के इरादों का पता लगने लग गया था जिसके बाद भारत को यह शक था कि वह औपनिवेशिक स्वराज्य प्रदान करने की अपनी घोषणा पर अमल करेगा या नहीं करेगा। इसको लेकर घोषणा कर दी गई थी कि लाहौर अधिवेशन में उसका लक्ष्य भारत के लिए पूर्ण स्वाधीनता प्राप्त करना था। इस आंदोलन के तहत नमक कानून का उल्लंघन कर खुद ही नमक बनाया गया।

* भारत छोड़ो आंदोलन

भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त, 1942 ई। को संपूर्ण भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर प्रारम्भ हुआ था। भारत की आजादी से सम्बन्धित इतिहास में दो पड़ाव सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण नजर आते हैं- प्रथम ‘1857 ई। का स्वतंत्रता संग्राम’ और द्वितीय ‘1942 ई। का भारत छोड़ो आन्दोलन’। भारत को जल्द ही आज़ादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी द्वारा अंग्रेज शासन के विरुद्ध यह एक बड़ा ‘नागरिक अवज्ञा आन्दोलन’ था। ‘क्रिप्स मिशन’ की असफलता के बाद गांधी जी ने एक और बड़ा आन्दोलन प्रारम्भ करने का निश्चय ले लिया। इस आंदोलन को ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ का नाम दिया गया।

gandhi ji movement,britishers,indian independence day

* दांडी मार्च

दांडी मार्च से अभिप्राय उस पैदल यात्रा से है, जो महात्मा गांधी और उनके स्वयं सेवकों द्वारा 12 मार्च, 1930 ई। को प्रारम्भ की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था- अंग्रेजों द्वारा बनाये गए ‘नमक कानून को तोड़ना। गांधी जी ने अपने 78 स्वयं सेवकों, जिनमें वेब मिलर भी एक था, के साथ साबरमती आश्रम से 358 कि।मी। दूर स्थित दांडी के लिए प्रस्थान किया। लगभग 24 दिन बाद 6 अप्रैल, 1930 ई। को दांडी पहुंचकर उन्होंने समुद्रतट पर नमक कानून को तोड़ा। महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा के दौरान सूरत, डिंडौरी, वांज, धमन के बाद नवसारी को यात्रा के आखिरी दिनों में अपना पड़ाव बनाया था। यहां से कराडी और दांडी की यात्रा पूरी की थी। नवसारी से दांडी का फासला लभभग 13 मील का है।

* खिलाफत आंदोलन


खिलाफत आंदोलन (1919-1924) भारत में मुख्यत: मुसलमानों द्वारा चलाया गया राजनीतिक-धार्मिक आंदोलन था। इस आंदोलन का उद्देश्य तुर्की में खलीफा के पद की पुन:स्थापना कराने के लिये अंग्रेजों पर दबाव बनाना था।

राज्य
View More

Shorts see more

इस गर्मी अपनाएं यह खास स्किनकेयर रूटीन, पाएं मुलायम और ग्लोइंग त्वचा

इस गर्मी अपनाएं यह खास स्किनकेयर रूटीन, पाएं मुलायम और ग्लोइंग त्वचा

  • गर्मी से स्किन ऑयली, डल और टैन हो सकती है
  • सही स्किन केयर रूटीन से पिंपल्स और सनबर्न से बचा जा सकता है
  • त्वचा की सफाई, हाइड्रेशन और सनस्क्रीन से स्किन ग्लोइंग रहती है
read more

ताजा खबरें
View More

‘दिल्ली का प्रदूषण तो आसमान छू रहा है, एक सिगरेट से क्या फर्क पड़ेगा’—संसद में स्मोकिंग विवाद पर TMC सांसद का अनोखा जवाब
‘दिल्ली का प्रदूषण तो आसमान छू रहा है, एक सिगरेट से क्या फर्क पड़ेगा’—संसद में स्मोकिंग विवाद पर TMC सांसद का अनोखा जवाब
थरूर की गैरमौजूदगी से कांग्रेस में खलबली, राहुल गांधी की रणनीतिक बैठक में एक और नेता नज़र नहीं आए
थरूर की गैरमौजूदगी से कांग्रेस में खलबली, राहुल गांधी की रणनीतिक बैठक में एक और नेता नज़र नहीं आए
चांदी ने रचा इतिहास, पहली बार ₹2 लाख पार; सोना भी नई ऊँचाइयों पर पहुँचा
चांदी ने रचा इतिहास, पहली बार ₹2 लाख पार; सोना भी नई ऊँचाइयों पर पहुँचा
AAP की नई राजनीतिक कोशिश: गोवा में 50 पंचायत सीटों पर उम्मीदवार उतारे, आतिशी को मिली अहम जिम्मेदारी
AAP की नई राजनीतिक कोशिश: गोवा में 50 पंचायत सीटों पर उम्मीदवार उतारे, आतिशी को मिली अहम जिम्मेदारी
उत्तराखंड में विकास को नई गति: CM धामी ने 210 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं को दिखाई हरी झंडी, आपदा राहत में शामिल होंगी 71 नई गाड़ियां
उत्तराखंड में विकास को नई गति: CM धामी ने 210 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं को दिखाई हरी झंडी, आपदा राहत में शामिल होंगी 71 नई गाड़ियां
भारत में मैरिटल रेप की अनदेखी, पत्नी की सहमति के बिना संबंध को बलात्कार माना जाना चाहिए: शशि थरूर
भारत में मैरिटल रेप की अनदेखी, पत्नी की सहमति के बिना संबंध को बलात्कार माना जाना चाहिए: शशि थरूर
बैंकॉक से अमृतसर पहुँचा यात्री, बैग से मिला 3 किलो गांजा; कस्टम विभाग की बड़ी कार्रवाई
बैंकॉक से अमृतसर पहुँचा यात्री, बैग से मिला 3 किलो गांजा; कस्टम विभाग की बड़ी कार्रवाई
सर्दियों में बालों के लिए वरदान साबित होगा यह ‘स्पेशल विंटर ऑयल’, सिर्फ एक महीने में नजर आने लगेगा बदलाव
सर्दियों में बालों के लिए वरदान साबित होगा यह ‘स्पेशल विंटर ऑयल’, सिर्फ एक महीने में नजर आने लगेगा बदलाव
धर्मेंद्र की प्रेयर मीट में  रो पड़ीं हेमा मालिनी, ईशा-अहाना ने मां को दिया सहारा
धर्मेंद्र की प्रेयर मीट में रो पड़ीं हेमा मालिनी, ईशा-अहाना ने मां को दिया सहारा
15000 फीट की ऊँचाई पर मौत से आमना-सामना! प्लेन से उलझा पैराशूट, विमान के नीचे लटकता रहा स्काईडाइवर; वीडियो ने मचाई सनसनी
15000 फीट की ऊँचाई पर मौत से आमना-सामना! प्लेन से उलझा पैराशूट, विमान के नीचे लटकता रहा स्काईडाइवर; वीडियो ने मचाई सनसनी
'10 हजार दो या 1 लाख… ये मुझे वोट नहीं देंगे', हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा बयान
'10 हजार दो या 1 लाख… ये मुझे वोट नहीं देंगे', हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा बयान
क्या BCCI में भी होती हैं सरकारी तरह की नौकरियां? जानें कैसे पता चलता है वैकेंसी का पूरा प्रोसेस
क्या BCCI में भी होती हैं सरकारी तरह की नौकरियां? जानें कैसे पता चलता है वैकेंसी का पूरा प्रोसेस
पिता की चिता को अग्नि देकर बेटी ने किया परंपरा का अंत, मुंडन कर निभाया बेटों जैसा धर्म
पिता की चिता को अग्नि देकर बेटी ने किया परंपरा का अंत, मुंडन कर निभाया बेटों जैसा धर्म
प्रेयर मीट के बाद ईशा देओल का भावुक पोस्ट, शेयर किया वीडियो—जिसमें झलकी प्रकाश कौर और सनी देओल की अनदेखी यादें
प्रेयर मीट के बाद ईशा देओल का भावुक पोस्ट, शेयर किया वीडियो—जिसमें झलकी प्रकाश कौर और सनी देओल की अनदेखी यादें