मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित, सभी VIP पास रद्द, महाकुंभ में भगदड़ के बाद एक्शन में योगी सरकार

By: Sandeep Gupta Thu, 30 Jan 2025 08:43:28

मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित, सभी VIP पास रद्द, महाकुंभ में भगदड़ के बाद एक्शन में योगी सरकार

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ के बाद योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। मौनी अमावस्या के दिन हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग से जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस द्वारा भी जांच शुरू कर दी गई है। सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। उन्होंने मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने और सभी वीआईपी पास रद्द करने के निर्देश दिए हैं। 4 फरवरी तक श्रद्धालु केवल पैदल ही संगम तक जा सकेंगे। इसके अलावा, प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है, जबकि केवल बाइक, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को आने-जाने की अनुमति होगी। मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।

हादसे की जांच के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के कारणों की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के चलते पॉन्टून पुलों को बंद कर दिया गया था, जिससे भारी भीड़ संगम क्षेत्र में जमा हो गई। वहीं, प्रवेश और निकास के रास्ते एक जैसे होने के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रशासन ने अब इन खामियों को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं में बदलाव किए हैं।

मेला क्षेत्र में वन-वे यातायात व्यवस्था लागू

मौनी अमावस्या के हादसे से सीख लेते हुए सरकार ने मेला क्षेत्र में वन-वे यातायात व्यवस्था लागू कर दी है। अब श्रद्धालुओं को स्नान के बाद अलग रास्ते से वापस भेजा जाएगा, जिससे भीड़ का संतुलन बना रहे। इसके अलावा, प्रयागराज के 8 प्रमुख बॉर्डरों को बंद कर दिया गया है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। प्रशासन इन कदमों के जरिए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

5 विशेष सचिव भी भेजे गए

हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। इसी के तहत प्रयागराज में पूर्व मंडलायुक्त आशीष गोयल और एडीए के पूर्व वीसी भानु गोस्वामी को महाकुंभ की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए तैनात किया गया है। इनके अलावा, पांच विशेष सचिवों को भी कुंभ में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री योगी ने देर रात प्रयागराज, कौशांबी, वाराणसी, अयोध्या, मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, अंबेडकर नगर, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, भदोही, रायबरेली और गोरखपुर जिलों में तैनात वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र में लगातार सतर्कता बनाए रखने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बुधवार को 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान

आपको बता दे, महाकुंभ में हादसे के बावजूद श्रद्धालुओं का स्नान जारी है। बुधवार रात तक संगम समेत 44 घाटों पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई । सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे प्रयागराज में 60000 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे जहां हैं, वहीं स्नान करें और संगम क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ से बचें।

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