दिल्ली: आज से शुरू हुआ नार्को टेस्ट, अब जांच एजेंसियों को नहीं जाना पड़ेगा अहमदाबाद
By: Pinki Mon, 09 Aug 2021 4:43:57
अपराधियों की गहन पड़ताल के लिए किया जाने वाला नार्को टेस्ट अब दिल्ली में भी हो सकेगा। इससे पहले पुलिस या दूसरी सुरक्षा एजेंसियों को नार्को टेस्ट के लिए अहमदाबाद जाने की जरूरत पड़ती थी। दिल्ली का यह पहला नार्को टेस्ट अम्बेडकर अस्पताल में किया गया। आउटर नॉर्थ जिले के एक कत्ल के मामले में आज आरोपी का नार्को टेस्ट किया गया। आज जिस कत्ल के मामले में आरोपी का नार्को टेस्ट किया गया, उसमें FSL रोहिणी के दो अधिकारी और दो फिजीशियन तथा अम्बेडकर अस्पताल के 4 एक्सपर्ट डॉक्टर शामिल थे। इस टीम ने करीब 1 घंटे में यह नार्को टेस्ट पूरा किया।
FSL की डायरेक्टर दीपा वर्मा और FSL PRO संजीव गुप्ता की अगुवाई में दिल्ली में यह पहला नार्को टेस्ट सफल हुआ है। नार्को टेस्ट के लिए पहले बकायदा एनेस्थीसिया का इंजेक्शन आरोपी को लगाया गया और फिर सवालों की एक फेहरिस्त तैयार कर पूछताछ की गई। इस टेस्ट की सफलता के बाद अब दिल्ली कैंट रेप मामले के आरोपियों का भी नार्को टेस्ट दिल्ली में ही हो सकता है, क्योंकि फिलहाल इस मामले के सभी आरोपी क्राइम ब्रांच की कस्टडी में है।
क्या होता है नार्को टेस्ट?
नार्को परीक्षण का प्रयोग किसी व्यक्ति से जानकारी प्राप्त करने के लिए दिया जाता है जो या तो उस जानकारी को प्रदान करने में असमर्थ होता है या फिर वो उसे उपलब्ध कराने को तैयार नहीं होता दूसरे शब्दों में यह किसी व्यक्ति के मन से सत्य निकलवाने लिए किया प्रयोग जाता है। अधिकतर आपराधिक मामलों में ही नार्को परीक्षण का प्रयोग किया जाता है। हालांकि बहुत कम किन्तु यह भी संभव है कि नार्को टेस्ट के दौरान भी व्यक्ति सच न बोले। इस टेस्ट में व्यक्ति को ट्रुथ सीरम इंजेक्शन के द्वारा दिया जाता है जिससे व्यक्ति स्वाभविक रूप से बोलता है। नार्को विश्लेषण एक फोरेंसिक परीक्षण होता है, जिसे जाँच अधिकारी, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सक और फोरेंसिक विशेषज्ञ की उपस्थिति में किया जाता है।