दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार तीसरी बार करारी हार झेलनी पड़ी, जबकि इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बिखरा हुआ नजर आया। चुनाव के दौरान गठबंधन के सहयोगी दलों ने एक-दूसरे पर तीखे हमले भी किए। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने सोमवार को पार्टी से गठबंधन को लेकर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की।
बिहार के कटिहार से कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को तय करना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति जारी रखेगी या स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ेगी। साथ ही, उन्होंने पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव की जरूरत पर भी जोर दिया। हालांकि, उन्होंने इस पर विस्तार से कुछ नहीं कहा। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने लिखा, "कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति स्पष्ट करनी होगी। उसे निर्णय लेना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति करेगी या अकेले चलेगी।
पार्टी के संगठन में बदलाव करना भी जरूरी- तारिक अनवर
कांग्रेस सांसद और पूर्व महासचिव तारिक अनवर ने पार्टी संगठन में व्यापक बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि पार्टी अपने संगठन में आमूलचूल परिवर्तन करे।"
शनिवार को घोषित हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को एक बार फिर निराशा हाथ लगी। लगातार तीसरी बार पार्टी कोई भी सीट जीतने में नाकाम रही। हालांकि, कांग्रेस के लिए एक मामूली राहत की बात यह रही कि उसके मत प्रतिशत में लगभग दो फीसदी का सुधार दर्ज किया गया।
अब कांग्रेस की अगली चुनौती बिहार विधानसभा चुनाव है, जो कुछ ही महीनों में होने वाले हैं। बिहार में कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ महागठबंधन का हिस्सा है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गठबंधन के तहत 70 सीटों पर जबकि आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
कांग्रेस को 70 में केवल 19 सीटों पर मिली थी जीत
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह सिर्फ 19 सीटें जीतने में सफल रही। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 सीटों पर जीत दर्ज की।
जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कुल 74 सीटों पर जीत मिली थी। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की संभावना है।