छपरा और सीवान के बाद अब नालंदा के जवान सिकंदर राउत ने देश के लिए शहादत दी है। बीते मंगलवार (13 मई, 2025) की शाम उनके परिजनों को इसकी खबर मिली, जिससे पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। सिकंदर राउत, जो सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान थे, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे। वे नालंदा के बिंद थाना क्षेत्र के उतरथु गांव के निवासी थे।
शहादत की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस और अधिकारी उनके घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। बताया जाता है कि करीब 10 साल पहले सिकंदर राउत की शादी हुई थी और उनके दो बेटे हैं, एक आठ साल का और दूसरा चार साल का है। देश की सेवा में लगे इस वीर जवान ने अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाया, लेकिन उनके बच्चे गर्व से यह जानेंगे कि उनके पिता ने देश के लिए शहादत दी है। सेना में नौकरी के बाद ही सिकंदर राउत की शादी हुई थी।
छुट्टी में एक महीना पहले ही घर आए थे सिकंदर राउत
परिवार के अनुसार, सिकंदर राउत चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। एक बड़ा भाई और दो बहनें भी थीं। परिवार में सबसे छोटे होने के कारण वे सभी के लाडले थे। परिजनों का कहना है कि सिकंदर राउत एक माह पहले ही छुट्टी पर घर आए थे, सबसे मिलकर ड्यूटी पर लौटे थे। किसी को क्या पता था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी।
परिजनों के अनुसार, शहीद जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार (15 मई, 2025) को उनके गांव लाया जाएगा। प्रशासन शहीद को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रहा है। दूसरी ओर, सिकंदर राउत की शहादत पर न केवल उनके गांव और जिला, बल्कि पूरे बिहार के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं।
यह जानकारी भी सामने आई है कि परिवार वाले यह नहीं बता सके कि जवान को कब और कैसे गोली लगी, या क्या हुआ था। इस समय परिजनों की स्थिति ऐसी नहीं है कि वे अधिक जानकारी दे सकें। इससे पहले, छपरा के मो. इम्तियाज और सीवान के रामबाबू सिंह भी देश के लिए शहीद हो चुके हैं।