अजमेर। बिजयनगर में नाबालिग लड़कियों के साथ दुराचार और ब्लैकमेल कांड की जांच अब एसआईटी करेगी। अजमेर आईजी कार्यालय में तैनात डीआईजी ओम प्रकाश ने एसआईटी के गठन के निर्देश दिए हैं। वहीं, एसआईटी का प्रभारी एएसपी नेमी सिंह को बनाया गया है।
गुरुवार को एसआईटी प्रभारी नेमी सिंह ने बिजयनगर में पीड़ित पक्ष के बयानों और प्रकरण में अब तक किए गए अनुसंधान की जानकारी ली है। उन्होंने बताया कि प्रकरण में गहनता और निष्पक्षता से जांच होगी। प्रकरण में अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी होगी और सभी आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य तैयार किए जाएंगे। गठित की गई एसआईटी में एएसपी भूपेंद्र शर्मा, सीओ मसूदा सज्जन सिंह, सीआई करण सिंह, सीआई विद्या मीणा और सीआई पारुल को शामिल किया गया है।
11 आरोपी अब तक गिरफ्तार
बिजयनगर में नाबालिग लड़कियों से दुराचार और ब्लैकमेल कांड मामले में अभी तक 11 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं, 3 नाबालिग निरुद्ध किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियो में मोहम्मद लुकमान, रेहान उर्फ रेयान, अफराज, सोहेल उर्फ सोहेल मंसूरी, करीम कुरैशी, श्रवण, आशिक कुरैशी, पूर्व पार्षद अब्दुल हकीम कुरैशी, जावेद, सांवरलाल, और आमान उर्फ अमन शामिल है। बिजयनगर पुलिस ने बिजयनगर के समीप तारों का खेड़ा निवासी आमान उर्फ अमन मंसूरी को बुधवार रात को गिरफ्तार किया था।
देवनानी ने उठाई थी मांग
बिजयनगर ब्लैकमेल कांड में पुलिस जांच को लेकर लोगों में असंतोष था। लिहाजा मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग उठाई जा रही थी। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किए जाने की राज्य सरकार से मांग उठाई थी। देवनानी की मांग पर ही अजमेर आईजी रेंज कार्यालय में तैनात डीआईजी ओमप्रकाश ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।