समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सरकार से कई गंभीर सवाल किए हैं। सपा प्रमुख ने इस घटना के बहाने भाजपा नेता और झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे पर भी निशाना साधा।
कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"पूछता है पहलगाम का पर्यटक:"
* ख़तरों के बीच मेरी रक्षा करने वाला कोई वहाँ मौजूद क्यों नहीं था?
* सरकार कुछ विशेष लोगों को सुरक्षा के कई घेरों में सुरक्षित रखती है, जो बाद में ठग साबित होते हैं। ऐसा क्यों?
* कोई भी व्यक्ति संवेदनशील इलाकों में बिना जाँच-पड़ताल के कैसे प्रवेश कर सकता है?
'जश्नजीवी भाजपाई' जब निजी विवादित कार्यक्रम आयोजित करते हैं, तो हज़ारों सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा दी जाती है। उन लोगों को इतनी सुरक्षा क्यों मिलती है जिनका अपना कोई स्वतंत्र अस्तित्व नहीं है और जो न्यायालय का भी अपमान करते हैं, जबकि निर्दोष पर्यटकों को सुरक्षा क्यों नहीं दी जाती?
बयान बदलने से सच्चाई नहीं बदलती – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने लिखा कि ये अत्यंत गंभीर प्रश्न हैं। जो लोग इस हमले में अपनों को खो चुके हैं, उन पर दबाव बनाकर यदि बयान भी बदलवा दिए जाएं, तो भी सच्चाई नहीं बदलती। भाजपा को यह याद रखना चाहिए कि बयान बदलवाने से सच नहीं बदला जा सकता।
पूछता है पहलगाम का पर्यटक:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 29, 2025
- ख़तरों के बीच मेरी रक्षा करनेवाला कोई वहाँ क्यों नहीं था?
- कुछ ऐसे लोगों को सरकार की ओर से चारों तरफ़ से चाक-चौबंद सुरक्षा घेरा क्यों दिया जाता है जो बाद में ठग साबित होते हैं?
- कोई भी कुछ बनकर इतने संवेदनशील इलाक़े में सुरक्षा कैसे पा सकता…
क्या हुआ था पहलगाम आतंकी हमले में?
22 अप्रैल को कम से कम 5 हथियारबंद आतंकियों ने पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया था। इस हमले में भारतीय वायुसेना के एयरमैन, एक आईबी अधिकारी और दो विदेशी नागरिकों सहित कुल 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने ली थी, लेकिन बाद में दबाव के चलते उसने अपने बयान से पलट गया। माना जा रहा है कि यह दबाव पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक सरकार की ओर से बनाया गया था।