उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में महाकुंभ को लेकर विरोधियों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 22 फरवरी के बीच 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई है, जो उत्तर प्रदेश की शक्ति और सामर्थ्य को दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है।
सीएम योगी ने सवाल उठाते हुए कहा, "क्या 60 करोड़ लोग एक निर्धारित समयसीमा में एक ही स्थान पर एकत्र हो सकते हैं?" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह असाधारण आयोजन केवल प्रयागराज में संभव है, जिसकी भव्यता को पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महाकुंभ निरंतर आगे बढ़ रहा है और इसकी भव्यता की प्रशंसा वैश्विक स्तर पर हो रही है। लेकिन, जो लोग विकास को पसंद नहीं करते, वे महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।
महाकुंभ ने विरोधियों को दिया करारा जवाब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग देश और प्रदेश की क्षमता को स्वीकार नहीं कर सकते, वे लगातार नकारात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं। लेकिन प्रयागराज महाकुंभ ने ऐसे सभी विरोधियों को आईना दिखाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग अच्छे कार्यों पर सवाल उठाते हैं और बाधाएं खड़ी करते हैं, उन्हें यह समझना होगा कि जब सनातन धर्म के अनुयायी एकजुट होते हैं, तो देश के गौरव को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य करते हैं। प्रयागराज महाकुंभ इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण बन चुका है, जिसने न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया के सामने अपनी भव्यता का लोहा मनवाया है।
विकास ही असली समाधान
सीएम योगी ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो लोग हर अच्छे काम में बाधा डालते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता। विकास से ही रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और देश-प्रदेश आगे बढ़ता है। उन्होंने लखीमपुर खीरी में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही, घोषणा की कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर गोला गोकर्णनाथ शिव मंदिर कॉरिडोर का भी विकास किया जाएगा, जिससे क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को और मजबूती मिलेगी।