मेघालय में इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस जांच के अनुसार, इस सनसनीखेज हत्याकांड में कुल चार लोग शामिल थे, जिनमें से एक उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी भी थी, जिसने इस क्राइम की साजिश में मुख्य भूमिका निभाई। सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया और पुलिस द्वारा उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
गाजीपुर स्थित एक स्थानीय ढाबे के मालिक ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि रात करीब 1 बजे सोनम उनके ढाबे पर अकेली पहुंची थी। वह मानसिक रूप से परेशान नजर आ रही थी और उसने ढाबे से तुरंत फोन मांगकर अपने घर पर किसी से संपर्क किया।
ढाबा मालिक के अनुसार, “वो काफी घबराई हुई थी और आते ही सीधे फोन मांगा। उसने कहा कि उसे कुछ बहुत जरूरी बात करनी है। मैंने उसे फोन दे दिया। उसने किसी को फोन किया और थोड़ी ही देर बाद पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अपने साथ थाने ले गई।”
मेघालय पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, एक अब भी फरार
मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई करते हुए पत्नी सोनम रघुवंशी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि चौथा आरोपी अभी फरार है और उसकी तलाश तेज़ कर दी गई है।
मेघालय के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आई. नोंग्रांग ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस हत्याकांड को एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया और इसके लिए पेशेवर हत्यारों को हायर किया गया था।
डीजीपी ने दी विस्तृत जानकारी
डीजीपी ने बताया, “एक आरोपी को उत्तर प्रदेश के नंदगंज इलाके से पकड़ा गया है, जबकि दो अन्य आरोपियों को इंदौर में गठित एसआईटी टीम ने हिरासत में लिया है।” उन्होंने आगे यह भी बताया कि “सोनम ने खुद ही नंदगंज पुलिस थाने में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार किया गया।”
पुलिस की इस तेज़ और रणनीतिक कार्रवाई से केस में एक नया मोड़ आया है। डीजीपी के अनुसार, हत्या की यह पूरी साजिश बहुत ही योजनाबद्ध ढंग से रची गई थी और अब तक की पूछताछ से कई अहम सुराग और तथ्य सामने आए हैं, जो आगे की जांच में मददगार साबित हो सकते हैं।