दिल्ली के आकर्षण को बढ़ाने का काम करती हैं ऐतिहासिक महत्व वाली ये 8 दरगाह

By: Ankur Tue, 12 July 2022 10:43:56

दिल्ली के आकर्षण को बढ़ाने का काम करती हैं ऐतिहासिक महत्व वाली ये 8 दरगाह

देश की राजधानी दिल्ली को भारत की छवि कहा जाता हैं जहां हर धर्म, क्षेत्र और बोली के रहने वाले लोग मिल जाएंगे। जिस तरह यहां हर धर्म के लोग हैं उसी तरह यहां हर धर्म की ऐतिहासिक इमारतें भी हैं। दिल्ली अपने समृद्ध इतिहास और विरासत के लिए जानी जाती है जिसमें कई पुरानी और खूबसूरत दरगाह ने भी अपनी जगह बनाई हैं। ये दरगाह किसी ना किसी वजह से प्रसिद्द हैं जिनमें से कुछ के बारे में आज हम आपको बताएंगे। जी हां, आज हम आपको दिल्ली की कुछ ऐसी दरगाहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिल्ली के आकर्षण को बढ़ाने का काम करती हैं और आप यहां शांति-सुकून के साथ वक्त बिता सकते हैं। आइये जानते हैं इन दरगाह के बारे में...

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह

लोकप्रिय सूफी संत शेख निजामउद्दीन औलिया का दरगाह दिल्ली में हुमायूं के मकबरे के नजदीक है। यह दिल्ली के निजामुद्दीन के पश्चिम में स्थित है और हर सप्ताह यहां हजारों तीर्थयात्री आते हैं। निजामुद्दीन औलिया का दरगाह 1325 में उनकी मृत्यु के बाद बनवाया गया था। इस समय मौजूद दरगाह का काफी नवीकरण किया गया है। इस दरगाह पर सिर्फ मुसलमान ही नहीं, बल्कि हिंदू, ईसाई और अन्य धर्मों के लोग भी आते हैं। निजामुद्दीन औलिया के वंशज दरगाह की पूरी देखभाल करते हैं। यदि आप शाम को दरगाह पर जाते हैं, तो आप भक्तों को संगमरमर के जड़े हुए मंडप में कव्वालियां गाते हुए पाएंगे। इन कव्वालियों को महान सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया और अमीर खुसरो के सम्मान में गाया जाता है। निजामुद्दीन की दरगाह परिसर के अंदर महिला श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं है। लेकिन महिलाएं संगमरमर की जाली से उनकी कब्र को देख सकती हैं।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह

कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी दिल्ली में सूफी चिश्ती आदेश के एक अन्य लोकप्रिय संत थे। वह मोइनुद्दीन चिश्ती के पहले आध्यात्मिक उत्तराधिकारियों में से एक थे। उन्हें दिल्ली सुल्तान के साथ-साथ लोदी राजवंश द्वारा भी सम्मानित किया गया था। महरौली में उनकी दरगाह एक आध्यात्मिक आभा के साथ-साथ देखने में काफी खूबसूरत। इसकी पश्चिमी दीवार में कई रंगीन टाइल लगे हुए हैं। इस दीवार के बारे में कहा जाता है कि इसे औरंगजेब ने जड़वाया था। इस ऐतिहासिक कुतुब साहिब की दरगाह पर सभी धर्मों के लोग सजदा करते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत आने वाले इस ऐतिहासिक स्मारक के कई रोचक किस्से हैं। हर गुरुवार और शुक्रवार को यहां आयोजित होने वाली कव्वाली से वो जगह जीवंत हो उठती है। इस दौरान लोगों की भीड़ भी काफी देखी जा सकती है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

ख्वाजा नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली

हजरत ख्वाजा नसीरुद्दीन रोशन चिराग देहलवी की दरगाह चिराग दिल्ली के बीआरटी गलियारे के पास है। यहां जाने के लिए आपको गांव की संकरी गलियों से गुजरना पड़ता है। ख्वाजा नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली 14वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध सूफी संत थे। वह हजरत निजामुद्दीन औलिया के पांचवें आध्यात्मिक उत्तराधिकारी थे। उनकी मृत्यु के बाद, दिल्ली में सूफी चिश्ती आदेश टूट गया था। ऐसा कहा जाता है कि नसीरुद्दीन महमूद ने तब तेल के बजाय पानी से दीपक जलाकर चमत्कार कर दिया था। चिराग दिल्ली में उनका मकबरा फिरोज शाह तुगलक द्वारा बनवाया गया था। उनके मकबरे को कई बार पुनर्निर्मित किया गया है और आज इसमें 12 स्तंभों वाला एक वर्गाकार कक्ष है। आज भी ये आकर्षक मकबरा काफी देखने लायक है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

हज़रत इनायत खान दरगाह

एक कम प्रसिद्ध स्मारक, हज़रत इनायत खान की दरगाह असल में एक प्राइवेट प्रॉपर्टी है और अपने खुद के नियमों और विनियमों के साथ प्राइवेट ट्रस्ट की मदद से इसकी देखभाल की जाती है। दरगाह के चारों ओर की सड़कें खड़ी और भीड़भाड़ वाली हैं, लेकिन निजामुद्दीन के करीब होने के कारण, दरगाह काफी सुव्यवस्थित से तरीके से बनाया गया है। दरगाह की वास्तुकला काफी सुंदर है पत्थर की ऊंची दीवारों से ढकी हुई है। परिसर में हिंदुस्तानी संगीत अकादमी, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के दिल्ली घराने की मौजूदगी देखी जा सकती है। दरगाह में हर शुक्रवार शाम को कव्वाली का आयोजन किया जाता है। यह दरगाह कव्वाली के लिए लोकप्रिय है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

हजरत शाह कलीम-उल्लाह जहानाबादी की दरगाह

हज़रत शाह कलीम -उल्ला जहानाबादी ताजमहल के वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी के पोते थे। वह एक श्रद्धेय सूफी संत थे और उन्होंने मुगल सम्राट शाहजहां के संरक्षण का आनंद लिया। उसे ‘जहानाबादी’ नाम दिया गया है क्योंकि वह नए बने मुगल राजधानी, शाहजहानाबाद या जहानाबाद में रहते थे। उनका मक़बरा पुरानी दिल्ली के मीना बाज़ार में जामा मस्जिद और लाल किले के बीच है। यह एक साधारण तीर्थस्थल है जहां हर साल उनकी पुण्यतिथि को मनाने के लिए एक उर्स आयोजित किया जाता है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

हज़रत मटका शाह बाबा दरगाह

हजरत मटका शाह बाबा की दरगाह पुराना किला के पास स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि वे लगभग 750 साल पहले ईरान से आए थे और अपनी चमत्कारी उपचार शक्तियों से काफी संख्या अनुयायियों को आकर्षित किया था। उनकी दरगाह पर हर धर्म के लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी करने आते हैं। यहां आने वाले लोग पीर को भुने हुए चना, दूध और गुड़ को मिट्टी के घड़े में चढ़ाते हैं, इसलिए यहां आपको काफी बर्तन देखने को मिल जाएंगे। ये एक लोकप्रिय दरगाह है, जहां हजारों लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

बीबी फातिमा की दरगाह

बीबी फातिमा की दरगाह महिला सूफी संत को समर्पित है। शहर की अधिकांश प्रमुख दरगाहें, जिनमें हजरत निजामुद्दीन औलिया भी शामिल है, ये महिलाओं को गर्भगृह में प्रवेश से रोकती हैं। महिलाएं परिसर में प्रवेश कर सकती हैं, लेकिन मुख्य कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है, जहां पूज्य संत को दफनाया गया था। बीबी फातिमा की दरगाह, काका नगर के पास एक रिहायशी इलाके में है। यह शांत, प्राचीन जगह सभी के लिए खुली रहती है। यहां पर महिला पुरुष किसी के भी आने की मनाही नहीं है। बीबी फातिमा सैम के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। वह सूफ़ीवाद के लिए कहां से आई या किस वजह से आई, इस बारे में शायद ही कोई जानकारी है। दरगाह दिन और रात में हर समय खुला रहती है।

dargah,dargah in delhi,delhi dargah,delhi travel,delhi travel guide

हज़रत शाह तुर्कमान बयाबानी की दरगाह

तुर्कमान गेट के पूर्व की ओर स्थित, हज़रत शाह तुर्कमान बयाबानी की दरगाह दिल्ली के सबसे पुराने तीर्थस्थलों में से एक है। हज़रत शाह तुर्कमान बयाबानी बयाबानी संप्रदाय के थे। वह एकांत में रहना पसंद करते थे और जिस स्थान पर उनकी दरगाह स्थित है, वहां कभी घना जंगल हुआ करता था। आध्यात्मिक शांति के लिए आप भी यहां जा सकते हैं।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com