न्यूज़
Bigg Boss 19 Tejashwi Yadav Donald Trump Narendra Modi Rahul Gandhi

शरीर को कब पड़ती है वेंटिलेटर सपोर्ट की ज़रूरत? शुरुआती संकेत, खतरे और रिकवरी की पूरी जानकारी

जब शरीर अपने दम पर सांस नहीं ले पाता और ऑक्सीजन की कमी बढ़ जाती है, तब डॉक्टर वेंटिलेटर सपोर्ट देते हैं। जानिए कब पड़ती है वेंटिलेटर की जरूरत, कौन से शुरुआती संकेत बताते हैं इसका समय, इससे जुड़े खतरे और रिकवरी की पूरी प्रक्रिया।

Posts by : Kratika Maheshwari | Updated on: Wed, 12 Nov 2025 7:37:08

शरीर को कब पड़ती है वेंटिलेटर सपोर्ट की ज़रूरत? शुरुआती संकेत, खतरे और रिकवरी की पूरी जानकारी

जब किसी व्यक्ति की सांसें सामान्य रूप से नहीं चल पातीं और शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, तब डॉक्टर उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखते हैं। यह एक जीवन रक्षक मशीन है जो फेफड़ों को ऑक्सीजन पहुंचाने और कार्बन डाइऑक्साइड निकालने में मदद करती है। वेंटिलेटर का उपयोग तब किया जाता है जब मरीज के फेफड़े या सांस लेने वाली मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं — जैसे कि गंभीर फेफड़ों की बीमारी, संक्रमण, बड़ी सर्जरी या स्ट्रोक जैसी स्थिति में। डॉक्टर मरीज की ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर, सांस लेने की कोशिश और समग्र स्वास्थ्य का मूल्यांकन करके तय करते हैं कि वेंटिलेटर की आवश्यकता है या नहीं।

कब होती है वेंटिलेटर की ज़रूरत?

गंभीर सांस लेने में परेशानी:

जब फेफड़े गैस एक्सचेंज यानी ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के आदान-प्रदान को ठीक से नहीं कर पाते, तब शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। ऐसे में वेंटिलेटर की सहायता जरूरी हो जाती है।

गंभीर चोट या संक्रमण:

सिर, छाती या शरीर के किसी हिस्से में बड़ी चोट लगने पर, या सेप्सिस जैसे संक्रमण में शरीर की ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होती है। इस स्थिति में वेंटिलेटर सपोर्ट मरीज की जान बचा सकता है।

न्यूरोलॉजिकल समस्या:

स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी की चोट, या मांसपेशियों को प्रभावित करने वाली बीमारियों में सांस लेने वाली मांसपेशियां काम करना बंद कर देती हैं, जिससे वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है।

बड़ी सर्जरी या एनेस्थीसिया के दौरान:

ऑपरेशन के दौरान बेहोशी (एनेस्थीसिया) के कारण सांस रुकने का खतरा होता है। ऐसे समय वेंटिलेटर अस्थायी रूप से लगाया जाता है ताकि मरीज की सांसें बनी रहें।

हृदय संबंधी समस्या:

हार्ट फेल्योर या हार्ट अटैक के बाद जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, तो मरीज को वेंटिलेटर पर रखना जरूरी हो सकता है।

कौन से संकेत बताते हैं कि वेंटिलेटर जरूरी है?

डॉक्टर कुछ खास संकेतों के आधार पर निर्णय लेते हैं —

- मरीज को सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई होना

- खून में ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम होना

- कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ना

- भ्रम या बेहोशी की स्थिति

- सांस लेने वाली मांसपेशियों का थक जाना

ये सभी संकेत बताते हैं कि शरीर अपने दम पर ऑक्सीजन का संतुलन बनाए नहीं रख पा रहा, और ऐसे में वेंटिलेटर का सहारा जरूरी हो जाता है।

वेंटिलेटर के उपयोग से जुड़े खतरे

हालांकि वेंटिलेटर जीवन रक्षक उपकरण है, लेकिन इसका लंबे समय तक उपयोग कुछ जोखिमों के साथ आता है —

फेफड़ों में संक्रमण का खतरा: लंबे समय तक मशीन पर रहने से बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है।

फेफड़ों पर दबाव: लगातार प्रेशर से फेफड़ों की संरचना कमजोर हो सकती है।

मांसपेशियों की कमजोरी: लंबे समय तक बेहोशी और निष्क्रियता से मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं।

ब्लड क्लॉट का खतरा: शरीर की गतिशीलता कम होने से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है।

रिकवरी और वेंटिलेटर से हटाने की प्रक्रिया

जैसे-जैसे मरीज की हालत में सुधार आता है, डॉक्टर धीरे-धीरे वेंटिलेटर का सपोर्ट कम करते हैं। इस दौरान मरीज की सांस लेने की क्षमता, ऑक्सीजन का स्तर और शरीर की संपूर्ण स्थिति पर लगातार नजर रखी जाती है।

सही समय पर वेंटिलेटर हटाना बेहद जरूरी है —

जल्दी हटाने पर सांस रुकने का खतरा रहता है, जबकि देर से हटाने पर संक्रमण और अन्य जटिलताएं हो सकती हैं। इसलिए, हर कदम पर विशेषज्ञ निगरानी और सावधानी जरूरी होती है। वेंटिलेटर सपोर्ट न केवल शरीर को सांस लेने में मदद करता है, बल्कि यह डॉक्टरों को समय देता है ताकि वे मूल बीमारी का इलाज कर सकें और मरीज को सुरक्षित रूप से रिकवर करने में मदद मिल सके।

राज्य
View More

Shorts see more

गर्मियों में खीरे को अपनी डाइट में ऐसे करें शामिल, सेहत के लिए होगा फायदेमंद

गर्मियों में खीरे को अपनी डाइट में ऐसे करें शामिल, सेहत के लिए होगा फायदेमंद

  • खीरा शरीर को हाइड्रेट करता है और जल संतुलन बनाए रखता है
  • गर्मियों में खीरा शरीर को ठंडा रखता है
  • खीरा त्वचा के निखार के लिए भी फायदेमंद है
read more

ताजा खबरें
View More

अमेरिका खुद ले रहा है रूसी फ्यूल, फिर भारत पर आपत्ति क्यों? पुतिन का बड़ा सवाल
अमेरिका खुद ले रहा है रूसी फ्यूल, फिर भारत पर आपत्ति क्यों? पुतिन का बड़ा सवाल
PM मोदी ने पुतिन को भेंट की रूसी भाषा में लिखी गीता, गर्मजोशी भरे स्वागत पर क्रेमलिन की खास प्रतिक्रिया
PM मोदी ने पुतिन को भेंट की रूसी भाषा में लिखी गीता, गर्मजोशी भरे स्वागत पर क्रेमलिन की खास प्रतिक्रिया
इंडिगो की 550 फ्लाइटें ठप, बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच एयरलाइन ने जताया खेद
इंडिगो की 550 फ्लाइटें ठप, बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच एयरलाइन ने जताया खेद
पाकिस्तान: आसिम मुनीर बने चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस, आजीवन वर्दी और गिरफ्तारी से पूर्ण सुरक्षा के साथ बढ़ी ताकत
पाकिस्तान: आसिम मुनीर बने चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस, आजीवन वर्दी और गिरफ्तारी से पूर्ण सुरक्षा के साथ बढ़ी ताकत
मोहम्मद शमी की फिर से धमाकेदार गेंदबाजी, 13 रन देकर झटके 4 विकेट, बंगाल ने आसानी से जीता मुकाबला
मोहम्मद शमी की फिर से धमाकेदार गेंदबाजी, 13 रन देकर झटके 4 विकेट, बंगाल ने आसानी से जीता मुकाबला
कश्मीर-हिमाचल की बर्फबारी ने बढ़ाई उत्तरी भारत में सर्दी, दिल्ली-NCR से लेकर यूपी-पंजाब तक शीतलहर का असर गहराया
कश्मीर-हिमाचल की बर्फबारी ने बढ़ाई उत्तरी भारत में सर्दी, दिल्ली-NCR से लेकर यूपी-पंजाब तक शीतलहर का असर गहराया
कपड़ों की आलमारी से आगे बढ़ा वॉर्डरोब, बना रूम का स्टाइल सिग्नेचर; छाए यह 8 ट्रेंडी डिजाइन
कपड़ों की आलमारी से आगे बढ़ा वॉर्डरोब, बना रूम का स्टाइल सिग्नेचर; छाए यह 8 ट्रेंडी डिजाइन
स्टील के बर्तन में कभी न रखें ये खाने की चीजें, वरना बढ़ सकता है फूड पॉइजनिंग का खतरा
स्टील के बर्तन में कभी न रखें ये खाने की चीजें, वरना बढ़ सकता है फूड पॉइजनिंग का खतरा
मंडी सांसद कंगना रनौत का बयान-  ‘राहुल गांधी भाजपा में आ जाएं, भगवान ने उन्हें…’
मंडी सांसद कंगना रनौत का बयान- ‘राहुल गांधी भाजपा में आ जाएं, भगवान ने उन्हें…’
बिना तेज सीने के दर्द के भी आ सकता है हार्ट अटैक, दिल के दौरे को पहचानें इन 7 संकेतों से
बिना तेज सीने के दर्द के भी आ सकता है हार्ट अटैक, दिल के दौरे को पहचानें इन 7 संकेतों से
लग्जरी घड़ियों का अनोखा जुनून, मगरमच्छ के चमड़े से बनी घड़ी है फेवरेट, चर्चा में रहता है पुतिन का वॉच कलेक्शन
लग्जरी घड़ियों का अनोखा जुनून, मगरमच्छ के चमड़े से बनी घड़ी है फेवरेट, चर्चा में रहता है पुतिन का वॉच कलेक्शन
प्रवीण तोगड़िया का बड़ा बयान - 'अगर सरकार यह कदम उठा ले, तो SIR की कोई आवश्यकता ही नहीं बचेगी'
प्रवीण तोगड़िया का बड़ा बयान - 'अगर सरकार यह कदम उठा ले, तो SIR की कोई आवश्यकता ही नहीं बचेगी'
IND vs SA:  टीम इंडिया ने बनाए 358 रन, फिर भी हार गई! जानें इन 5 खिलाड़ियों ने कैसे बिगाड़ा खेल
IND vs SA: टीम इंडिया ने बनाए 358 रन, फिर भी हार गई! जानें इन 5 खिलाड़ियों ने कैसे बिगाड़ा खेल
Aadhaar Card: कहीं आपके बच्चे का नकली आधार तो नहीं बन गया? ऐसे करें तुरंत पहचान – पूरा स्टेप-बाय-स्टेप तरीका
Aadhaar Card: कहीं आपके बच्चे का नकली आधार तो नहीं बन गया? ऐसे करें तुरंत पहचान – पूरा स्टेप-बाय-स्टेप तरीका