
आजकल सेहतमंद रहने की चाह में कई लोग रोज सुबह हल्दी मिला पानी पीने लगे हैं। हल्दी को आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों में एक प्रभावशाली औषधि माना जाता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है और सूजन व संक्रमण से बचाव में मददगार मानी जाती है। लेकिन किसी भी चीज़ की अति नुकसानदेह हो सकती है, और यही नियम हल्दी वाले पानी पर भी लागू होता है।
अगर हल्दी का सेवन जरूरत से ज्यादा और रोजाना किया जाए, तो फायदे की जगह इसके दुष्प्रभाव सामने आ सकते हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन जब अधिक मात्रा में शरीर में पहुंचता है, तो यह लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है। इसके अलावा पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे एसिडिटी, पेट दर्द, गैस और जलन की शिकायत भी बढ़ सकती है।
आयरन की कमी बढ़ने का खतरा
हल्दी शरीर में आयरन के अवशोषण को प्रभावित करती है। अधिक मात्रा में हल्दी लेने से भोजन में मौजूद आयरन शरीर द्वारा ठीक से नहीं吸 होता। इसका नतीजा यह हो सकता है कि समय के साथ एनीमिया या आयरन की कमी की समस्या पैदा हो जाए। जिन लोगों में पहले से ही खून की कमी रहती है, उन्हें हल्दी का अत्यधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
लिवर की सेहत पर असर
चाहे हल्दी दूध के साथ ली जाए या पानी में मिलाकर, इसकी ज्यादा मात्रा लिवर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। लिवर शरीर को डिटॉक्स करने और पाचन प्रक्रिया को सही रखने में अहम भूमिका निभाता है। जब हल्दी का सेवन जरूरत से ज्यादा होता है, तो लिवर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।
त्वचा संबंधी परेशानियां
बहुत अधिक हल्दी वाला पानी पीने या कच्ची हल्दी का ज्यादा सेवन करने से त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं। कुछ लोगों में त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली या एलर्जी जैसी दिक्कतें देखने को मिलती हैं। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर हल्दी का सेवन तुरंत कम कर देना चाहिए।
किडनी स्टोन का बढ़ता जोखिम
जिन लोगों को पहले से किडनी स्टोन या पथरी की समस्या रही है, उन्हें हल्दी के सेवन में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हल्दी में मौजूद ऑक्सालेट तत्व जब अधिक मात्रा में शरीर में जाता है, तो यह कैल्शियम के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट बना सकता है। यही तत्व किडनी स्टोन बनने की संभावना को बढ़ा देता है। सीमित मात्रा में हल्दी फायदेमंद है, लेकिन रोजाना अधिक सेवन किडनी पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
ब्लड शुगर पर प्रभाव
रिसर्च के मुताबिक, सही मात्रा में हल्दी का सेवन ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है। हालांकि, जरूरत से ज्यादा हल्दी वाला पानी पीने से ब्लड शुगर का स्तर अचानक बहुत नीचे गिर सकता है, जो खासतौर पर डायबिटीज मरीजों के लिए खतरनाक स्थिति पैदा कर सकता है।
खून पतला होने की आशंका
हल्दी में प्राकृतिक रूप से खून को पतला करने वाले गुण होते हैं। अगर कोई व्यक्ति पहले से ही ब्लड थिनर दवाइयों का सेवन कर रहा है और साथ में अधिक हल्दी लेता है, तो ब्लीडिंग या ज्यादा खून बहने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में हल्दी का सेवन बेहद सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
हल्दी की सही और सुरक्षित मात्रा
हल्दी निस्संदेह सेहत के लिए लाभकारी है और आयुर्वेद व मेडिकल साइंस दोनों इसे उपयोगी मानते हैं। लेकिन रोजाना हल्दी वाले पानी को दवा की तरह पीना शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अगर आप इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहते हैं, तो मात्रा पर विशेष ध्यान दें। रोजाना एक चुटकी से लेकर अधिकतम आधी छोटी चम्मच हल्दी पाउडर शरीर के लिए पर्याप्त मानी जाती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।













