
आज के समय में मास्टरबेशन एक ऐसा विषय है जिस पर खुलकर चर्चा नहीं होती। शर्म, झिझक और कई गलत धारणाओं के कारण लोग इसके बारे में सही जानकारी नहीं जुटा पाते। लेकिन वास्तविकता यह है कि मास्टरबेशन एक बिल्कुल सामान्य, प्राकृतिक और सुरक्षित क्रिया है, जिसे लगभग हर व्यक्ति जीवन में किसी न किसी समय करता है।
मास्टरबेशन से तनाव कम होता है, मूड बेहतर होता है और अपने शरीर की समझ बढ़ती है। लेकिन किसी भी चीज की तरह, इसका अत्यधिक या लगातार किया जाना नुकसान भी पहुंचा सकता है। कई लोग जानना चाहते हैं कि दिन में कितनी बार मास्टरबेशन करना सही है, क्या अधिक करना कमजोरी का कारण बनता है और क्या यह प्रजनन क्षमता पर असर डालता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
दिन में कितनी बार मास्टरबेशन करना सामान्य है?
मास्टरबेशन या हस्तमैथुन का मतलब है अपने प्राइवेट पार्ट को स्वयं उत्तेजित करना। इसका कोई तय संख्या नहीं होती। यह व्यक्ति की उम्र, शरीर की ऊर्जा, यौन इच्छा और मानसिक-शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है।
मास्टरबेशन तब तक सामान्य है जब तक यह आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित न करे। उदाहरण के लिए: शरीर में दर्द या जलन न हो, नींद और रिश्तों पर असर न पड़े, और आप इसे नियंत्रित कर पा रहे हों। सामान्य रूप से दिन में 1–2 बार तक करना सुरक्षित माना जाता है। इससे अधिक बार तब तक ठीक है जब तक आपको थकान, दर्द या मानसिक परेशानी न हो।
मास्टरबेशन के लाभ
तनाव कम करता है – मास्टरबेशन से शरीर में ऐसे हार्मोन निकलते हैं, जो आराम और खुशी देते हैं। इससे मानसिक तनाव कम होता है।
नींद में सुधार – शरीर रिलैक्स होने के कारण नींद जल्दी और गहरी आती है।
अपने शरीर को जानने में मदद – आप समझ पाते हैं कि आपको कौन सी एक्टिविटी पसंद है, जिससे भविष्य में यौन जीवन बेहतर होता है।
यौन स्वास्थ्य में सुधार – मास्टरबेशन से जननांगों में रक्त संचार बढ़ता है, जिससे यौन क्षमता में सुधार आता है।
मूड बेहतर होता है – डोपामिन और सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जो मूड को बेहतर करते हैं।
इम्यून सिस्टम को सहारा – कुछ अध्ययन बताते हैं कि इससे IgA एंटीबॉडी बढ़ती है, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद देती है।
प्रोस्टेट स्वास्थ्य में लाभ – नियमित मास्टरबेशन से प्रोस्टेट संबंधी समस्याओं का जोखिम थोड़ा कम हो सकता है।
अत्यधिक मास्टरबेशन के नुकसान
यदि मास्टरबेशन आदत या मजबूरी बन जाए, तो यह शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
लगातार करने से शरीर थका हुआ महसूस कर सकता है।
कभी-कभी जननांगों में दर्द या जलन हो सकती है।
अत्यधिक करने से दिमाग सुस्त या भारी लग सकता है।
इसे लेकर कुछ लोग खुद को दोषी महसूस करते हैं, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
मास्टरबेशन एक प्राकृतिक और सामान्य प्रक्रिया है। इसे संतुलित मात्रा में करना स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति दोनों के लिए लाभकारी है। अत्यधिक या अनियंत्रित मास्टरबेशन से शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं।














