
बोर्ड परीक्षाओं का समय आते ही ज्यादातर छात्रों पर दबाव बढ़ने लगता है। पढ़ाई, रिवीजन, उम्मीदें और रिज़ल्ट—इन सबका बोझ मन को भारी कर देता है। लेकिन कुछ सरल बदलाव आपकी तैयारी को न सिर्फ आसान बना सकते हैं बल्कि तनाव से दूर रखकर बेहतर प्रदर्शन भी सुनिश्चित करते हैं। संतुलित दिनचर्या, सही रणनीति और शांत मन—इन तीनों के साथ कोई भी परीक्षा चुनौती नहीं बल्कि एक उपलब्धि महसूस होती है।
परीक्षा के दौरान तनाव कम करने के स्मार्ट और असरदार तरीके
यथार्थवादी स्टडी प्लान बनाएं
बहुत बड़ा या जटिल टाइमटेबल अक्सर बोझ बन जाता है। छोटे लक्ष्य तय करें और पढ़ाई के हर स्लॉट के बाद कुछ मिनट का ब्रेक लें। इससे दिमाग तरोताज़ा रहता है और पढ़ाई अधिक प्रभावी होती है।
नियमित रिवीजन को रूटीन का हिस्सा बनाएं
सिर्फ पढ़ लेना काफी नहीं। जानकारी को याद रखने के लिए रोज़ कम से कम एक घंटा पुरानी पढ़ाई को दोहराएं। लगातार रिवीजन से आत्मविश्वास बढ़ता है और परीक्षा से पहले घबराहट भी कम होती है।
नींद की कुर्बानी बिल्कुल न दें
देर रात तक जागकर पढ़ना आपको सुपरहीरो नहीं बनाता। 6–8 घंटे की भरपूर नींद दिमाग की क्षमता बढ़ाती है, मेमोरी तेज करती है और फोकस को मजबूत बनाती है। नींद से समझ भी बेहतर होती है।
मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें
नोटिफिकेशन और चैट्स ध्यान भटकाने में सबसे बड़े दोषी हैं। पढ़ाई के वक्त फोन को साइलेंट या दूर रखें। ‘Do Not Disturb’ मोड पढ़ाई के दौरान आपकी सबसे अच्छी ढाल है।
हल्का व्यायाम और 10 मिनट मेडिटेशन
स्ट्रेचिंग, वॉक या कुछ मिनट गहरी सांस लेने से आपका तनाव तुरंत कम होता है। मेडिटेशन मन को स्थिर करता है और परीक्षाओं के दौरान आने वाली बेचैनी को नियंत्रित करता है।
हेल्दी स्नैक्स से मिलेगी निरंतर ऊर्जा
परीक्षा की तैयारी में जंक फूड शरीर को सुस्त करता है। इसके बजाय फल, सूखे मेवे, सलाद, गर्म दूध और नारियल पानी जैसे पौष्टिक विकल्प लें। इससे एनर्जी बरकरार रहती है और दिमाग भी चुस्त रहता है।
खुद की दूसरों से तुलना न करें
दोस्तों के मार्क्स या उनकी प्रगति से अपनी तुलना करना तनाव को दोगुना कर देता है। याद रखें—हर छात्र की क्षमता और सीखने की गति अलग होती है। अपनी गति और मेहनत पर भरोसा रखें।
मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर्स ज़रूर हल करें
प्रैक्टिस पेपर समय प्रबंधन और स्पीड दोनों में सुधार करते हैं। इससे यह पता चलता है कि किन टॉपिक्स पर और काम करने की जरूरत है, साथ ही परीक्षा को लेकर डर भी कम होता है।
परिवार से बात करते रहें
तनाव को अकेले झेलना मुश्किल होता है। परिवार या किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपनी उलझनें साझा करें। ऐसा करने से मन हल्का होता है और भावनात्मक सपोर्ट भी मिलता है, जो परीक्षा के समय बेहद जरूरी होता है।














