गर्मी के मौसम में खरबूजा खाना सभी को पसंद आता है। यह न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करता है, बल्कि हाइड्रेशन और पाचन के लिए भी फायदेमंद होता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों को अक्सर यह उलझन होती है कि क्या उन्हें खरबूजे का सेवन करना चाहिए या नहीं। क्योंकि मीठा खाने से पहले उन्हें कई बार सोचना पड़ता है। अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है, तो आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि डायबिटीज होने पर खरबूजा खाया जा सकता है या नहीं।
क्या डायबिटीज मरीज खरबूजा खा सकते हैं?
हां, डायबिटीज मरीज खरबूजा खा सकते हैं, लेकिन केवल सीमित मात्रा में। दरअसल, खरबूजे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) लगभग 65 होता है, जो कि मीडियम श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि यह फल ब्लड शुगर को थोड़ी तेजी से बढ़ा सकता है, लेकिन यदि इसे सही मात्रा और सही समय पर खाया जाए, तो यह नुकसान नहीं करेगा।
डायबिटीज में खरबूजा खाने के फायदे
- हाइड्रेशन: खरबूजा शरीर को पानी की कमी से बचाता है, जो गर्मियों में डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है।
- पाचन में मदद: इसमें मौजूद फाइबर पाचन में मदद करता है और ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ने देता।
- वजन नियंत्रण: यह फल हल्का होता है, जिससे वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है।
डायबिटीज में खरबूजा खाने के नुकसान
- ब्लड शुगर का बढ़ना: खरबूजा मीठा फल है, इसलिए अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
- जूस और स्मूदी: जूस या स्मूदी के रूप में खाने पर फाइबर कम हो जाता है, जिससे शुगर तेजी से बढ़ सकती है।
कितना और कैसे खाना सही?
- डायबिटीज मरीज 100–150 ग्राम खरबूजा खा सकते हैं, लेकिन इसे दिन में सिर्फ एक बार ही सेवन करें।
- इसे स्नैक के रूप में या खाने के साथ खाना सबसे अच्छा रहेगा, ताकि ब्लड शुगर पर इसका असर कम हो।
- जूस या शेक की जगह पूरा फल खाना अधिक फायदेमंद रहेगा।
- यदि खरबूजा खाने के बाद थकान, चक्कर या असामान्य लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- खाने में संतुलन बनाए रखें और खरबूजे को ज्यादा मात्रा में खाने से बचें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।