लहसुन का इस्तेमाल रसोई में बड़े पैमाने पर किया जाता है। यह न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण इसे एक सुपरफूड भी माना जाता है। लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप रोज़ सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करते हैं, तो इससे शरीर को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं? लहसुन शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है और कई बीमारियों को रोकने में सहायक होता है। आइए जानते हैं कि खाली पेट लहसुन खाने से हमें कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है और आप बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो लहसुन का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लहसुन में मौजूद एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्व शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। यह शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है, जिससे संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। नियमित रूप से लहसुन खाने से सर्दी-जुकाम और मौसमी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। खासकर बदलते मौसम में रोज सुबह खाली पेट लहसुन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और आपको बार-बार होने वाले इन्फेक्शन से बचाव मिलता है।
जोड़ों के दर्द में राहत देता है
अगर आप गठिया, जोड़ों के दर्द या मांसपेशियों में सूजन की समस्या से परेशान हैं, तो लहसुन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। खासकर गठिया के मरीजों के लिए लहसुन का सेवन बहुत लाभकारी माना जाता है। रोज़ सुबह खाली पेट लहसुन की 2-3 कलियां खाने से जोड़ों में चिकनाहट बनी रहती है और दर्द में राहत मिलती है। आर्थराइटिस फाउंडेशन भी गठिया से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने के लिए लहसुन के सेवन की सिफारिश करता है। इसके अलावा, लहसुन रक्त संचार को बेहतर करता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है
लहसुन को शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने वाले सबसे शक्तिशाली खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है। इसमें सल्फर कंपाउंड्स होते हैं, जो शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। नियमित रूप से लहसुन खाने से शरीर का ब्लड प्यूरिफिकेशन सही तरीके से होता है, जिससे त्वचा में निखार आता है और शरीर की आंतरिक सफाई होती है। लहसुन इतना प्रभावशाली है कि यह मधुमेह, अवसाद और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है। यह लिवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करने में भी सहायक होता है, जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर बनता है और आपको अधिक ऊर्जा महसूस होती है।
हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है
लहसुन हृदय के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। यह धमनियों की कठोरता को कम करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड्स लाल रक्त कोशिकाओं को हाइड्रोजन सल्फाइड गैस में बदल देते हैं, जिससे रक्त वाहिकाएं फैलती हैं और रक्त प्रवाह बेहतर होता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है और दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है। कई शोधों में यह पाया गया है कि रोज़ाना खाली पेट लहसुन खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम किया जा सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों के खतरे को भी कम करने में मदद करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
लहसुन न केवल शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाता है बल्कि यह त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा पर होने वाले मुंहासों को कम करने में मदद करते हैं। लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक तत्व बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे चेहरे पर होने वाले पिंपल्स और ब्लैकहेड्स से राहत मिलती है। इसके अलावा, लहसुन त्वचा को अंदर से साफ करने में मदद करता है, जिससे त्वचा पर चमक आती है और दाग-धब्बे कम होते हैं। अगर आप मुंहासों से परेशान हैं, तो लहसुन का रस सीधे प्रभावित जगह पर लगाने से लाभ मिल सकता है, लेकिन इसे सीधे त्वचा पर लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें क्योंकि यह कुछ लोगों की त्वचा में जलन पैदा कर सकता है। बेहतर होगा कि इसे अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।