
अक्षय खन्ना इस समय अपनी हालिया फिल्म ‘धुरंधर’ की रिकॉर्ड तोड़ सफलता का आनंद ले रहे हैं। फिल्म में उनका रहमान डकैत का किरदार दर्शकों के बीच जबरदस्त लोकप्रिय हुआ है और इससे उनकी फैन फॉलोइंग चरम पर पहुंच गई है। इसी बीच खबर आई कि अभिनेता ने सुपरहिट फ्रैंचाइज़ी ‘दृश्यम’ के तीसरे भाग से दूरी बना ली। सूत्रों के मुताबिक यह फैसला फीस और कुछ अन्य मुद्दों के कारण लिया गया। अब ‘दृश्यम 3’ के निर्माता कुमार मंगत पाठक ने अक्षय खन्ना के फिल्म छोड़ने के पीछे की असली वजह का खुलासा किया है।
“विग पहनने की जिद…”
कुमार मंगत पाठक ने बताया कि अक्षय के साथ पहले ही ऑफिशियल कॉन्ट्रैक्ट साइन हो चुका था और फीस पर कई दौर की बातचीत के बाद सहमति बन चुकी थी। उन्होंने कहा, “अक्षय ने शुरुआत में कहा कि वे विग पहनना चाहते हैं। निर्देशक अभिषेक पाठक ने बताया कि यह प्रैक्टिकल नहीं होगा क्योंकि इससे फिल्म की कंटीन्यूटी प्रभावित होगी। अक्षय ने इसे समझ लिया और अपनी मांग छोड़ दी।”
हालांकि, उनके आसपास के सलाहकारों ने उन्हें फिर से प्रेरित किया कि विग पहनने से वे और स्मार्ट दिखेंगे। अक्षय ने पुनः वही अनुरोध किया। अभिषेक पाठक इसके लिए बातचीत करने को तैयार हुए, लेकिन इसके बावजूद अक्षय ने अंतिम रूप से फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया।
सेट पर अक्षय की एनर्जी टॉक्सिक
कुमार ने अभिनेता के पेशेवर रवैये पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “सेक्शन 375 (2019) के समय भी उनकी प्रोफेशनलिज़्म में कमी देखी गई थी। सेट पर उनकी एनर्जी टॉक्सिक होती है। ‘सेक्शन 375’ से उन्हें पहचान मिली, लेकिन बाद में ‘दृश्यम 2’ (2022) में साइन होने तक उन्हें बड़े ऑफर नहीं मिले। इसके पहले वह करीब 3-4 साल तक घर पर रहे।”
धुरंधर के पक्ष में कई फैक्टर काम आए
कुमार मंगत पाठक ने हालिया सफलताओं के बाद अक्षय खन्ना की स्टारडम की धारणा पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह ध्यान देने योग्य है कि ‘दृश्यम’ फ्रैंचाइज़ी में लीड रोल अजय देवगन निभा रहे हैं। इसी तरह, ‘छावा’ विक्की कौशल की फिल्म है जिसमें अक्षय भी हैं। धुरंधर पर भी यही लागू होता है – यह रणवीर सिंह की फिल्म है। अगर अक्षय अकेले फिल्म करते, तो भारत में इसकी कमाई 50 करोड़ भी नहीं होती। लाइफटाइम कलेक्शन की बात तो छोड़ दें। अगर उन्हें लगता है कि वे अब सुपरस्टार बन गए हैं, तो उन्हें किसी स्टूडियो के साथ बड़े बजट की फिल्म करनी चाहिए और देखना चाहिए कि कौन उन्हें इतना बड़ा बजट देता है।”
सफलता अक्षय के सिर चढ़ गई
पाठक ने आगे कहा, “कुछ अभिनेता मल्टी-कास्ट फिल्मों में काम करते हैं और जब ये हिट होती हैं, तो उन्हें लगता है कि वे ही स्टार हैं। अक्षय के साथ भी यही हुआ। उन्हें ऐसा लगता है कि ‘धुरंधर’ उनकी वजह से ही सफल हो रही है। उन्हें समझना चाहिए कि धुरंधर के पक्ष में कई फैक्टर काम कर रहे थे, न कि केवल उनकी मौजूदगी।”
अक्षय के फिल्म छोड़ने से उठाना पड़ेगा नुकसान
निर्माता ने बताया कि अक्षय ने स्क्रिप्ट पर बहुत पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा, “जब अक्षय ने अलीबाग स्थित अपने फार्महाउस में स्क्रिप्ट सुनी, तो उन्होंने कहा, ‘यह 500 करोड़ रुपये की फिल्म है। मैंने जिंदगी में ऐसी स्क्रिप्ट नहीं सुनी।’ उन्होंने अभिषेक और राइटर को गले भी लगाया। इसके बाद फीस पर सहमति बनी, एग्रीमेंट साइन हुआ और एडवांस भी दिया गया। यहां तक कि उनके लिए डिजाइनर की पेमेंट भी कर दी गई। लेकिन शूटिंग शुरू होने से 10 दिन पहले उन्होंने फिल्म से बाहर होने का फैसला किया।”
अक्षय की जगह जयदीप अहलावत ने ली
कुमार ने कास्टिंग बदलाव पर कहा, “फ्रैंचाइज़ी पर इसका कोई नकारात्मक असर नहीं होगा। ‘दृश्यम’ एक बड़ा ब्रांड है। अब अक्षय की जगह जयदीप अहलावत ने ले ली है। भगवान की कृपा से हमें एक बेहतर अभिनेता और इंसान मिला। मैं जयदीप के करियर की शुरुआती फिल्मों में से एक, ‘आक्रोश’ (2010) का निर्माता भी रहा हूं।”
वित्तीय और कानूनी परिणाम
कुमार ने पुष्टि की कि इस विवाद के वित्तीय और कानूनी परिणाम होंगे। उन्होंने कहा, “अक्षय के व्यवहार से मुझे नुकसान हुआ है। मैं कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं। उन्हें पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक जवाब नहीं मिला।”














