
फिल्म 'दबंग' अपनी रिलीज़ के 15 साल पूरे करने वाली है। इस मौके पर निर्देशक अभिनव कश्यप ने फिल्म के चर्चित आइटम सॉन्ग 'मुन्नी बदनाम' से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि उस समय अरबाज खान इस गाने के लिए मलाइका अरोड़ा को साइन करने के पक्ष में नहीं थे। वहीं सलमान खान को भी उनके पहनावे को लेकर आपत्ति थी। इसके बावजूद मलाइका ने अपने फैसले पर अटल रहते हुए गाना किया और यह ट्रैक मेगा हिट साबित हुआ।
अरबाज और सलमान की झिझक
अभिनव कश्यप ने कहा कि अरबाज को यह पसंद नहीं था कि उनकी पत्नी पर 'आइटम गर्ल' का ठप्पा लगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि खान परिवार, खासकर सलमान खान और अरबाज, काफी हद तक रूढ़िवादी सोच रखते हैं और महिलाओं के पहनावे को लेकर उनके विचार काफी पारंपरिक हैं। इसी कारण वे नहीं चाहते थे कि मलाइका इस गाने का हिस्सा बनें।
मलाइका ने दिखाया दम
निर्देशक ने आगे बताया कि मलाइका ने परिवार की आपत्तियों को दरकिनार कर अपना फैसला खुद लिया। उन्होंने अरबाज से कहा कि गाने में कोई अश्लीलता नहीं है, यह केवल डांस नंबर है और इसमें पूरा परिवार मौजूद है। उन्होंने अरबाज को समझाया कि इसमें डरने जैसी कोई बात नहीं। आखिरकार, उनकी बात मानी गई और गाना न सिर्फ रिलीज़ हुआ बल्कि उस दौर का सबसे बड़ा हिट नंबर बन गया।
पहले से थी स्टार डांसर की पहचान
अभिनव के अनुसार, मलाइका पहले ही 'छैय्या छैय्या' और 'होठ रसीले' जैसे हिट गानों से दर्शकों की पसंद बन चुकी थीं। वे शानदार डांसर थीं और स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी गाने को और खास बना देती थी। यही वजह थी कि 'मुन्नी बदनाम' के लिए उन्हें चुना गया। कश्यप का कहना था कि कैमरे पर जो शख्स कम दिखाई देता है, दर्शक उसे ज्यादा देखने के लिए उत्सुक रहते हैं, और मलाइका का यही आकर्षण था।
सलमान भी बनना चाहते थे हिस्सा
निर्देशक ने यह भी खुलासा किया कि जब सलमान ने गाना सुना तो उन्होंने तुरंत कहा कि वे भी इसमें शामिल होना चाहते हैं। मूल रूप से योजना यह थी कि गाना खत्म होते ही सलमान की एंट्री हो, ठीक वैसे जैसे फिल्म 'शोले' के मशहूर गाने 'महबूबा' में अमजद खान को दिखाया गया था। लेकिन सलमान का कहना था कि यह गाना फिल्म का सबसे बेहतरीन हिस्सा है और उन्हें इसके बीच में भी रहना चाहिए। नतीजतन, उनकी एंट्री एक पैराग्राफ पहले करा दी गई।














