
अलीशा चिनॉय भारतीय पॉप और बॉलीवुड म्यूजिक की सबसे खास और यादगार आवाज़ों में गिनी जाती हैं। 90 और 2000 के दशक की शुरुआत में उनके हिट गानों ने पूरी पीढ़ी के दिलों को छू लिया और उनके चार्टबस्टर आज भी प्लेलिस्ट में सुनने को मिलते हैं। खासकर उनका मशहूर गाना "मेड इन इंडिया" उन्हें इंडियन पॉप म्यूजिक की ट्रेंडसेटर के रूप में स्थापित करता है। हालांकि, लंबे समय से अलीशा बॉलीवुड से दूर रही हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने इस दूरी के पीछे की वजह का खुलासा किया।
बॉलीवुड प्लेबैक से दूरी का कारण
द फ्री प्रेस जर्नल को दिए इंटरव्यू में जब अलीशा से पूछा गया कि बॉलीवुड प्लेबैक सिंगिंग से उन्हें इतनी लंबी दूरी क्यों बनाए रखी, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यह फैसला अचानक नहीं बल्कि गहन भावनात्मक और पेशेवर थकान का परिणाम था। अलीशा ने कहा, “सच कहूं तो मैं बॉलीवुड म्यूजिक से थोड़ी थक चुकी थी। एक कलाकार के रूप में मैं मानसिक और क्रिएटिव तौर पर थकी हुई महसूस कर रही थी। मैं कुछ नया करना चाहती थी।”
उन्होंने यह भी कहा कि फ़िल्मों के म्यूजिकल डायरेक्शन के साथ उन्हें समझौते करने का दबाव महसूस होने लगा था, और इसी वजह से उन्होंने पीछे हटकर खुद को अलग रखना बेहतर समझा।
इंडस्ट्री की राजनीति और अवैध कॉन्ट्रैक्ट्स
क्रिएटिव थकान के अलावा, अलीशा ने इंडस्ट्री की पॉलिटिक्स और अवैध कॉन्ट्रैक्ट्स का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “कलाकारों को कई बार ऐसे कॉन्ट्रैक्ट्स पर साइन करने के लिए मजबूर किया जाता था, जो मेरी नजर में पूरी तरह से अवैध थे। मैंने साइन करने से इनकार कर दिया। यही वजह थी कि कुछ लोग मुझे कॉल तक नहीं करते थे।”
क्वेशनेबल एग्रीमेंट्स को ठुकराने के कारण अलीशा को कम मौके मिले, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने सिद्धांतों पर कायम रहना सही समझा और इसका उन्हें कोई पछतावा नहीं है। अलीशा कहती हैं, "मुझे यह निर्णय सही लगा।"
पर्सनल कारणों से भी दूरी
अलीशा ने यह भी स्वीकार किया कि उनकी दूरी सिर्फ़ प्रोफेशनल मुद्दों की वजह से नहीं थी। उन्होंने कहा, “मुझे लंबे समय तक अपने पर्सनल मामलों पर ध्यान देना पड़ा। यह समय मेरी भलाई और व्यक्तिगत ग्रोथ के लिए जरूरी था।”
अलीशा चिनॉय के इस खुलासे से यह स्पष्ट होता है कि एक सफल कलाकार के लिए क्रिएटिव संतोष, पेशेवर सिद्धांत और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। उनके इस फैसले ने इंडस्ट्री में उनके व्यक्तित्व, दृढ़ता और आत्मसम्मान को भी उजागर किया है।














