
24 जुलाई से 9 अगस्त तक बुध ग्रह अस्त अवस्था में रहेंगे और इस दौरान उनका प्रभाव कुछ राशियों पर विशेष रूप से देखने को मिल सकता है। बुध इस समय चंद्रमा की राशि कर्क में रहेंगे, जहां पहले से ही सूर्य विराजमान हैं। इन दोनों ग्रहों की युति से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है, लेकिन बुध के अस्त होने से यह शुभ योग कुछ राशियों के लिए अपेक्षित फल नहीं दे पाएगा।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें तो इस अवधि में मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं कैसे:
1. मिथुन राशि
इस दौरान खर्चों में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है, जिससे आपका आर्थिक संतुलन बिगड़ सकता है। मानसिक तनाव बढ़ सकता है और किसी खास कार्य में रुकावटें आ सकती हैं। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और फिजूलखर्ची से बचें।
2. कर्क राशि
बुध के अस्त होने से आत्मविश्वास में कमी महसूस हो सकती है। ऑफिस या कार्यक्षेत्र में पॉलिटिक्स का सामना करना पड़ सकता है और शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। निजी जीवन में असंतोष और भौतिक सुखों की कमी का अनुभव हो सकता है।
3. कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को इस समय अपने प्रयासों के अनुरूप सफलता नहीं मिल पाएगी। कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। धन लाभ में रुकावटें और यात्राओं में परेशानी की आशंका है। मन विचलित रह सकता है।
4. वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों को इस अवधि में भाग्य पर निर्भर रहने की बजाय, सोच-समझकर निर्णय लेने की सलाह दी जाती है। रिश्तों में खटास और व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। कोई भी बड़ा फैसला जल्दबाज़ी में न लें।
5. मकर राशि
यह समय पारिवारिक जीवन में तनाव ला सकता है। जीवनसाथी के साथ अनबन की स्थिति बन सकती है। आर्थिक मामलों में लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। बेहतर होगा कि सभी निर्णय सोच-समझकर और संयम से लें।
बुध के अस्त होने का प्रभाव हर किसी पर एक जैसा नहीं होता, लेकिन जिन राशियों पर यह असर डालता है, उन्हें सजग और संयमित रहने की आवश्यकता होती है। इस समय धैर्य और विवेक से काम लेना ही सबसे बड़ी कुंजी होगी।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।














