तमिलनाडु : सवाल पूछा तो जवाब देने कि बजह महिला पत्रकार के गाल सहलाने लगे राज्यपाल, रिपोर्टर बोली- मैंने कई बार अपना चेहरा धोया
By: Priyanka Maheshwari Wed, 18 Apr 2018 1:22:12
मंगलवार शाम को तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उस विवाद को लेकर आयोजित की गई थी, जिसमें एक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर का एक ऑडियो टेप सामने आया था, जिसमें महिला प्रोफेसर छात्राओं से अच्छे अंक पाने के लिए प्रोफेसरों के लिए सेक्सुल फेवर देने की बात कह रही थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक महिला पत्रकार ने जब राज्यपाल पुरोहित से सवाल किया तो जवाब देने कि बजह उन्होंने महिला पत्रकार का गाल थपथपाना लगें। राज्यपाल के रवैये पर नाराजगी जताते हुए महिला पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमण्यम ने ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।
I asked TN Governor Banwarilal Purohit a question as his press conference was ending. He decided to patronisingly – and without consent – pat me on the cheek as a reply. @TheWeekLive pic.twitter.com/i1jdd7jEU8
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
महिला पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमण्यन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ट्वीट कर कहा कि मैने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से सवाल किया था, लेकिन उन्होंने बिना मेरी सहमति के मेरे गाल सहलाना शुरु कर दिया। अपने दूसरे ट्वीट में महिला पत्रकार ने कहा कि राज्यपाल द्वारा उसके गाल सहलाने को गलत आचरण बताया और कहा कि किसी भी महिला को बिना उसकी सहमति के छूना गलत है। लक्ष्मी ने लिखा, 'मुझे कई बार अपना चेहरा धोना पड़ा है, लेकिन फिर भी मैं इसे भूल नहीं पा रही हूं। मैं गवर्नर पुरोहित जी से कहना चाहती हूं कि ये आपके लिए ये प्रोत्साहन का तरीका होगा। आपका रवैया दादाजी जैसा हो, लेकिन मेरे लिए यह बहुत गलत है।' महिला पत्रकार ने लिखा, मैंने तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से पत्रकार वार्ता में एक सवाल पूछा। जवाब देने की बजाय वे बिना मुझसे पूछे मेरा गाल सहलाने लगे।
This, moments after he dismissed a barrage of questions about allegations of sexual misconduct against himself. Unprofessional behaviour – and completely uncalled for to touch a stranger without her consent, especially a woman.
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
महिला पत्रकार के इस ट्वीट के बाद कई लोग भी महिला पत्रकार के समर्थन में आ गए हैं। डीएमके की राज्यसभा सांसद कनीमोझी ने भी इस भी इस मामले पर अपनी राय जाहिर की है और इस घटना को लेकर राज्यपाल की आलोचना की है। कनीमोझी ने कहा कि भले ही उनका कोई गलत इरादा नहीं था, लेकिन जो व्यक्ति किसी सार्वजनिक पद पर है, उसे डिकोरम का ध्यान रखना चाहिए। कनीमोझी ने आगे लिखा कि एक महिला पत्रकार की निजता का उल्लंघन करना प्रतिष्ठा नहीं दर्शाता है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी कई लोग महिला पत्रकार के समर्थन में आ गए हैं।
Washed my face several times. Still not able to get rid of it. So agitated and angered Mr Governor Banwarilal Purohit. It might be an act of appreciation by you and grandfatherly attitude. But to me you are wrong.
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
Even if the intention is above suspicion, a person who holds a public office has to understand that there is a decorum to it and violating a woman journalist’s personal space does not reflect the dignity or the respect which should be shown to any human being.
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) April 17, 2018