शिवसेना के साथ सरकार बनाने को तैयार NCP, लेकिन सीएम पद को लेकर रखी ये शर्त
By: Pinki Tue, 05 Nov 2019 3:12:26
महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। वही सरकार बनाने को लेकर जारी खींचतान के बीच मंगलवार को एनसीपी (NCP) ने बड़ा बयान दिया है। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद से विपक्ष में बैठने की बात करने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अब तेवर बदल रहे है। एनसीपी ने सरकार बनाने की इच्छा जताते हुए शिवसेना के सामने सरकार गठन के लिए कुछ शर्त रखी हैं। न्यूज़ 18 की खबर के अनुसार एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि यदि शिवसेना (Shiv Sena) हमारे साथ गठबंधन में सरकार बनाती है तो पांच साल के लिए मुख्यमंत्री (Chief Minister) उनका होगा। हमें सीएम का पद नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में दो डिप्टी सीएम के पद होंगे उनमें भी एक शिवसेना का ही होगा, लेकिन ये बातें तभी संभव होंगी जब शिवसेना बीजेपी (BJP) के साथ अपना गठबंधन तोड़ ले। एनसीपी नेता के अनुसार केंद्र की मोदी सरकार में शामिल शिवसेना के इकलौते मंत्री यदि इस्तीफा दे दें तो एनसीपी गठबंधन के बारे में सोच सकती है। कांग्रेस (Congress) इस गठबंधन सरकार में बाहर से समर्थन दे सकती है। लेकिन इस दौरान एनसीपी नेता ने एक और बात कह दी। उनके अनुसार इस स्थिति में भी बदलाव संभव है, यदि शरद पवार ने सीएम बनने की इच्छा जताई तो इसे बदला जाएगा, लेकिन अभी की स्थितियों को देखते हुए ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। एनसीपी ने कहा कि हम कैबिनेट में कुछ महत्वपूर्ण पदों की जरूर मांग करेंगे। एनसीपी नेता ने कहा कि इस बात पर अयोध्या भूमि विवाद का कोई असर नहीं होगा। इसका कारण है कि एनसीपी ने पहले ही कह दिया है कि कोर्ट का जो भी फैसला आएगा वो उसका समर्थन करेंगे। ऐसे में इस मामले से सरकार बनाने या गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि एनसीपी नेता के प्रस्ताव पर शिवसेना ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बता दे, सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के बीच लंबी चर्चा हुई।
वही दूसरी तरफ आज मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में अपने आवास पर बीजेपी कोर कमेटी की आपात बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सरकार गठन को लेकर अहम चर्चा हो सकती है। इस बैठक में महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुंगंटीवार, विनोद तावड़े समेत कोर कमेटी के दूसरे सदस्य भी शिरकत करेंगे। साथ ही पार्टी संगठन के नेता वी। सतीश और विजय पुराणिक भी इस बैठक में पहुंच सकते हैं। सरकार गठन को लेकर शिवसेना की शर्तों के बीच होने जा रही ये बैठक बेहद अहम है।
बता दे, 2019 में बीजेपी 164 और शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ी। इस दौरान कहा गया कि सत्ता के समान बंटवारे के लिए एक फॉर्मूला तय हुआ है। पर ये सीक्रेट फॉर्मूला है क्या, ना तो बीजेपी और ना ही शिवसेना ने इसका खुलासा किया। अब शिवसेना कह रही है कि मुख्यमंत्री पद के ढाई-ढाई साल के बंटवारे की बात हुई है जबकि बीजेपी इससे इनकार कर रही है। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। 288 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 145 विधायक चाहिए। शिवसेना और बीजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 9 नवंबर तक की डेडलाइन है।