विपक्ष पर निशाना: जो लोग जमीनी आधार खो चुके, वो समय-समय पर कंधों की करते हैं तलाश - नरेंद्र सिंह तोमर
By: Pinki Fri, 25 Dec 2020 5:40:53
नए कृषि कानून के विरोध में दिल्ली से सटे बॉर्डर पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को निरस्त करे। किसानों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस, आप समेत कई अनेक पार्टियों का समर्थन मिला हुआ है। इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'कुछ लोग जो जमीनी आधार खो चुके हैं, समय-समय पर वो कंधों की तलाश करते हैं और आज किसान आंदोलन से किसान के कंधों पर अपनी वैचारिक बंदूक चलाकर अपना हित साधना चाहते हैं। किसानों के हमदर्द बनकर उनको गुमराह करने का जो पाप कर रहे हैं उसकी सजा आने वाले कल में जनता उनको देगी।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को छोड़ पूरे देश की सरकारें पीएम किसान सम्मान निधि में शामिल हुई हैं। पश्चिम बंगाल में करीब 70 लाख पात्र हितग्राही हैं, अगर ये लोग इस योजना में शामिल होते हैं तो पश्चिम बंगाल के किसानों को वर्ष में 4,200 करोड़ रुपये मिलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अभी पश्चिम बंगाल के किसान इससे वंचित हैं। मैंने पूर्व में भी और कल भी पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी को आग्रह किया है कि वो इस योजना में जल्दी शामिल हों।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'पश्चिम बंगाल सरकार के अलावा सभी राज्यों की सरकारें पीएम सम्मान निधि योजना का हिस्सा बन चुकी हैं।' उन्होंने बताया, 'अब तक 96 हजार करोड़ रुपये किसानों को भेजे जा चुके हैं। यह य़ोजना पश्चिम बंगाल में 70 लाख किसानों को फायदा पहुंचाएगी।'
आपको बता दे, पीएम मोदी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9 करोड़ से ज्यादा किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाई है। पीएम ने आज इन किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। पीएम किसान योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की मदद दी जाती है। यह राशि किसानों के खाते में 2 हजार रुपये की 3 किस्तों में पहुंचती है। वहीं, जारी आंदोलनों के बीच पीएम ने सात राज्यों के किसानों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की।
वहीं, दूसरी ओर आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के द्वारका में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह स्वयं किसान के बेटे हैं। खुले मंच से किसानों को आश्वासन देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार कभी ऐसा कुछ नहीं करेगी जो किसानों के हित में नहीं हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कहा कि अगर ये कानून लाभकारी नहीं लगते तो सरकार सभी जरूरी संशोधन इनमें लाएगी
किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर जो लोग बैठे हैं उनमें कई लोगों को गलतफहमियां हैं और वो लगभग किसान एक ही क्षेत्र से आते हैं। देश में दो बार उन्होंने भारत बंद का एलान किया लेकिन वो सफल नहीं हुआ। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के पास कोई तर्क नहीं है इसलिए वो चर्चा से भाग रहे हैं।