अनुच्छेद 370: फारुक अब्दुल्ला आए सामने, कहा - गृहमंत्री गलत बोल रहे हैं, मुझे नजरबंद किया गया था
By: Pinki Tue, 06 Aug 2019 4:51:18
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म हो चुका है। लोकसभा में इस प्रस्ताव पर तीखी बहस जारी है। वही इस बीच एक सवाल उठ रहा है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर से सांसद फारूक अब्दुल्ला कहां हैं? यही सवाल एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने लोकसभा में उठाया। सुप्रिया सुले ने कहा कि हमारा उनके साथ पुराना जुड़ाव और रिश्ते हैं और मुझे उनकी कमी खल रही है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के विकास ले लिए फारूक जी ने काफी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि धारा 371 का अब क्या किया जाएगा क्योंकि यह सिर्फ जमीन खरीदने का मसला नहीं है बल्कि वहां के लोगों को बेहतर जीवन देने का मुद्दा है। हम राज्य के विभाजन के खिलाफ नहीं है लेकिन वह संवैधानिक तरीके से होना चाहिए था। साथ ही सरकार बताए कि घाटी के नेता कहां हैं और वह सुरक्षित हैं भी या नहीं। सरकार इस बारे में भी अपना पक्ष साफ करे। सुप्रिया सुले ने लोकसभा में पूछा, 'मैं सीट संख्या 462 पर बैठती हूं, फारूक अब्दुल्ला 461 नंबर सीट पर बैठते हैं। वह जम्मू-कश्मीर से चुने गए हैं। मैं उनको यहां नहीं सुनी। अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कहूंगी की यह चर्चा अधूरी है।'
Supriya Sule, NCP MP says "I sit on seat 462, Farooq Abdullah sits on seat 461. He's elected from J&K, we can't hear him today.This debate will be incomplete if you ask me. HM says,"Farooq Abdullah has neither been detained nor arrested. He's at his home,out of his own free will" pic.twitter.com/Wf5RI1vzVR
— ANI (@ANI) August 6, 2019
वही कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि यह भारत के लोकतंत्र के लिए काला दिन है क्योंकि वहां 6 महीने से चुनाव नहीं हो पाए, पूर्व मुख्यमंत्री गिरफ्तार हो चुके हैं, हमारे सहयोगी फारूक अब्दुल्ला कहां हैं, इसका भी पता नहीं है।
इन सब सवालों पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला जी अपने घर पर हैं, नजरबंद भी नहीं है, उनकी तबीयत अच्छी है और मौज-मस्ती कर रहे हैं। उन्हें नहीं आना है तो बंदूक कनपटी पर रखकर हम बाहर नहीं ला सकते।
इस बीच फारूक अब्दुल्ला ने टाइम्स नाउ और एनडीटीवी से बात की। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह गलत बोल रहे हैं, मुझे नजरबंद किया गया था। मैंने डॉक्टर के पास भी जाने की कोशिश की। मुझे नहीं जाने दिया गया। मेरे घर के बाहर डीएसपी और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई।
आपको बता दें कि सोमवार को जम्मू-कश्मीर पर फैसला लिए जाने से एक दिन पहले आधी रात को बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। उसके अगले दिन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इन नेताओं में उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन जैसे नेता हैं