
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में उस समय हड़कंप मच गया जब व्हाइट हाउस से थोड़ी दूरी पर फायरिंग की आवाज़ गूंज उठी। इस अचानक हुई गोलीबारी में तीन लोग घायल हुए, जिनमें दो वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के जवान शामिल हैं। घटना के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया। हमले के पीछे जिस व्यक्ति का नाम सामने आया है, वह अफगानी मूल का बताया जा रहा है।
कैसे हुआ हमला?
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, नेशनल गार्ड के जवान नियमित गश्त पर निकल रहे थे तभी एक संदिग्ध व्यक्ति अचानक साये की तरह सामने आया और बिना चेतावनी दिए फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी की आवाज़ सुनते ही वहां मौजूद अन्य सुरक्षा कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए हमलावर को तुरंत घेरकर काबू में कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल, अफगान नागरिक के रूप में हुई है। बताया जाता है कि उसने व्हाइट हाउस से कुछ ब्लॉक की दूरी पर दो गार्डों को निशाना बनाते हुए उन पर कई गोलियां दागीं।
कौन है रहमानुल्लाह लकनवाल?
अमेरिकी जांच एजेंसियों और मीडिया के अनुसार, लकनवाल अफगानिस्तान से आया हुआ प्रवासी है, जिसे ‘ऑपरेशन एलाइज वेलकम’ के तहत अमेरिका में प्रवेश दिया गया था। उसे शुरुआती तौर पर वॉशिंगटन राज्य के बेलिंगहैम इलाके में बसाया गया था और वह अमेरिका में कई महीनों से रह रहा था।
सूत्रों का कहना है कि हमले से पहले वह नॉर्थवेस्ट डीसी में फर्रागुट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास काफी देर तक छिपकर बैठा था। जैसे ही उसे मौका मिला, उसने एक महिला गार्ड पर करीब से गोली चलाई—पहले सीने पर और फिर सिर पर। कुछ ही सेकंड बाद उसने दूसरे गार्ड पर भी गोलियां दाग दीं।
कैसी थी फायरिंग के बाद की स्थिति?
जैसे ही गोलीबारी शुरू हुई, आसपास मौजूद एक तीसरे गार्ड ने बिना देर किए हमलावर की ओर दौड़ लगाई और उसे दबोच लिया। दोनों घायल जवान तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाए गए, जहां उनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। हमले के बाद पूरा क्षेत्र सुरक्षा के घेरे में ले लिया गया और कई प्रमुख रूट अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए।
हमलावर का उद्देश्य अब भी रहस्य
वॉशिंगटन डीसी की मेयर म्यूरिल बाउजर और एफबीआई अधिकारियों ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि संदिग्ध ने नेशनल गार्ड के जवानों को क्यों निशाना बनाया। हालांकि, एफबीआई ने इस हमले को संभावित आतंकी घटना मानकर जांच शुरू कर दी है। मेयर बाउजर ने भी स्वीकार किया कि हमले में गार्ड्स को जानबूझकर टारगेट किया गया है, लेकिन हमलावर की मंशा का गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है।
ट्रंप की कड़ी चेतावनी
घटना के समय पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में थैंक्सगिविंग मनाने गए हुए थे। जैसे ही व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी की खबर उन्हें मिली, उन्होंने सोशल मीडिया पर सख्त बयान देते हुए कहा कि जिसने “गार्डों पर हमला किया है, उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” ट्रंप के इस बयान ने साफ कर दिया कि मामला बेहद गंभीर है और इसके राजनीतिक-सुरक्षात्मक पहलू आने वाले दिनों में और चर्चा में रहेंगे।














