प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद एवं टोबैगो की दो दिवसीय यात्रा के समापन के बाद अब अपने पांच देशों के महत्वपूर्ण दौरे के तीसरे चरण में अर्जेंटीना पहुंच चुके हैं। इस यात्रा को भारत की वैश्विक कूटनीति और आर्थिक सहयोग को और अधिक मजबूती देने के रूप में देखा जा रहा है। त्रिनिदाद और टोबैगो में बिताए गए दो दिनों के दौरान दोनों देशों के बीच गर्मजोशी और विश्वास का माहौल साफ नजर आया। इस मुलाकात का नतीजा यह रहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के लिए छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री मोदी और त्रिनिदाद-टोबैगो की समकक्ष कमला प्रसाद बिसेसर के बीच सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक बातचीत हुई। बातचीत के बाद बुनियादी ढांचे, फार्मास्यूटिकल्स और संस्कृति जैसे जीवन के नजदीकी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने की दिशा में छह समझौते किए गए, जो दोनों देशों के रिश्ते को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी अब अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के विशेष निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर वहां पहुंचे हैं।
अर्जेंटीना दौरे पर पीएम मोदी: संबंधों में नई ऊर्जा की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार देर रात जब अर्जेंटीना के लिए रवाना हुए, तो पूरे भारत को इस बात की उम्मीद थी कि ये यात्रा देश के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह अर्जेंटीना का दूसरा दौरा है। इससे पहले वो 2018 में G20 समिट में शामिल होने के लिए गए थे। इस बार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेवियर माइली के बीच गहन द्विपक्षीय वार्ता प्रस्तावित है। इसके अलावा, वह वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से भी संवाद करेंगे, जिससे प्रवासी भारतीयों को एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस होगा।
VIDEO | Prime Minister Narendra Modi (@narendramodi) arrives in Buenos Aires, Argentina. He will hold bilateral talks with President Javier Gerardo Milei.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 5, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/OgbfA6eMbt
भारत-अर्जेंटीना के बीच होंगे बहुपक्षीय मुद्दों पर संवाद
इस यात्रा के दौरान भारत और अर्जेंटीना के बीच रक्षा, कृषि, ऊर्जा, परमाणु सहयोग, व्यापार और निवेश जैसे रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। खास बात यह है कि दोनों देशों के बीच लिथियम सप्लाई को लेकर भी अहम समझौता हो सकता है। यह भारत के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अर्जेंटीना के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा लिथियम भंडार है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरियों के लिए बेहद जरूरी है।
मोदी का 5 देशों का मैराथन दौरा
प्रधानमंत्री 2 जुलाई से 10 जुलाई तक के अपने इस पांच देशों के दौरे में पहले घाना, फिर त्रिनिदाद और टोबैगो, और अब अर्जेंटीना पहुंचे हैं। इसके बाद उनका अगला पड़ाव ब्राजील होगा, जहां वह ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेंगे। इस यात्रा को भारत के रणनीतिक हितों को वैश्विक स्तर पर मजबूती देने के रूप में देखा जा रहा है।
अर्जेंटीना में प्रधानमंत्री मोदी का व्यस्त शेड्यूल
आज पीएम मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली से मुलाकात करेंगे और भारत-अर्जेंटीना बिजनेस समिट 2025 में भाग लेंगे। इस दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसके अलावा वह भारतीय समुदाय के साथ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे, जहां भारतीय परंपराओं और मूल्यों की झलक देखने को मिलेगी।
रविवार (6 जुलाई) को प्रधानमंत्री अर्जेंटीना के विदेश मंत्री, व्यापार मंत्री और ऊर्जा मंत्री से भी मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में लिथियम और लिक्विड नेचुरल गैस (LNG) की आपूर्ति जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हो सकती है। इसके बाद पीएम मोदी ब्राजील के लिए रवाना हो जाएंगे, जहां वह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत का नेतृत्व करेंगे।