
पाकिस्तान के नए रक्षा बल प्रमुख (Chief of Defence Forces – CDF) फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने सोमवार को स्पष्ट किया कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय राष्ट्र है, लेकिन किसी को भी इसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की परीक्षा लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उनका यह बयान खास तौर पर भारत की ओर से समय-समय पर की गई बयानबाज़ी और अफगानिस्तान क्षेत्र में तनावपूर्ण हालात को लेकर आया।
भारत-पाक सीमा पर हालिया तनाव को लेकर आसिम मुनीर ने चेतावनी दी कि किसी भी आक्रामक कदम का पाकिस्तान गंभीर और त्वरित जवाब देगा। उन्होंने विशेष रूप से कहा, “भारत को भ्रम नहीं पालना चाहिए। किसी भी सीमा उल्लंघन या आतंकवादी गतिविधि का हम तुरंत और निर्णायक जवाब देंगे।” यह बयान अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में आया, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी और पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
संविधान संशोधन के जरिए बनाया गया CDF का पद
आसिम मुनीर ने बताया कि पाकिस्तान ने हाल में अपने रक्षा ढांचे में मौलिक बदलाव किए हैं। CDF का पद 27वें संविधान संशोधन और पाकिस्तान सेना, वायुसेना और नौसेना (संशोधन) विधेयक 2025 के तहत स्थापित किया गया। उनका कहना था कि यह नया संरचना न केवल ऐतिहासिक है बल्कि पाकिस्तान की सुरक्षा रणनीति को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।
उन्होंने अफगान तालिबान को भी चेतावनी दी, कहा कि उनके पास केवल एक विकल्प बचा है—या तो पाकिस्तान के साथ शांति बनाए रखें या टीटीपी (फितना अल ख्वार्जी) के साथ गठबंधन चुनें।
CDF मुख्यालय: संचालन और समन्वय का नया केंद्र
मुनीर ने आगे कहा कि हाल ही में स्थापित CDF मुख्यालय सेवाओं के बीच समन्वय का प्रतीक है। हर सेवा अपनी विशेष परिचालन क्षमताओं को बनाए रखेगी, जबकि CDF मुख्यालय सभी सैनिक शाखाओं के संचालन और रणनीति का समन्वय करेगा। उन्होंने इसे पाकिस्तान की रक्षा संरचना में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक परिवर्तन बताया, जो भविष्य में किसी भी आंतरिक या बाहरी खतरे का सामना करने की क्षमता को बढ़ाएगा।













