गुरुत्वाकर्षण को चुनौती देता हैं ये रहस्यमयी पत्थर, आंधी-तूफान में भी कभी नहीं हिलता
By: Ankur Wed, 09 Nov 2022 5:11:30
इस विशाल दुनिया में आज भी कई ऐसी अनोखी चीजें हैं जिनपर विशवास कर पाना बहुत मुश्किल हैं और कोई भी इनका रहस्य नही जान पाया हैं। ऐसी ही एक चीज के बारे में हम आपको आज बताने जा रहे हैं जहां एक रहस्यमयी पत्थर ढलान पर टिका हुआ हैं और गुरुत्वाकर्षण को चुनौती दे रहा हैं। हम जिस पत्थर की बात कर रहे हैं वह म्यांमार में स्थित हैं जो कि करीब 25 फीट की ऊंचाई पर हैं। इसे आंधी-तूफान तक अपनी जगह से नहीं हिला सके हैं। यह जगह म्यांमार के बौद्धों का प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह पत्थर सोने की तरह दिखता है जिसे 'गोल्डन रॉक' या 'क्यैकटियो पगोडा' कहा जाता है। यह भारी-भरकम पत्थर लगभग 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो किसी रहस्य से कम नहीं है।
दरअसल, लोगों ने इस पत्थर पर सोने की पत्तियां चिपका दिया है जिसकी वजह से यह सोने जैसा ही बन गया है। इसकी वजह से इसका नाम 'गोल्डन रॉक' पड़ गया है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कैसे यह एक चट्टान के किनारे से टिका हुआ है। बताया जाता है कि इस पत्थर के पास साल में तीन बार जाने से गरीबी और सारे दुख दूर हो जाते हैं। यह भी मान्यता है कि इस जगह पर जो भी मन्नत मांगी जाती है, वो पूरी जरूर होती है। माना जाता है कि यह पत्थर भगवान बुद्ध के बालों पर टिका हुआ है जिसकी वजह से यह अपने स्थान से कभी हिलता नहीं है।
हालांकि इस बारे में किसी को नहीं पता है कि यह पत्थर कब से यहां ऐसे ही टिका हुआ है, लेकिन माना जाता है कि 'क्यैकटियो पगोडा' का निर्माण 581 ईसा पूर्व में किया गया था। हालांकि कुछ लोग यह भी मानते हैं कि 11वीं सदी में एक बौद्ध भिक्षु ने भगवान बुद्ध के बालों के सहारे इस पत्थर को इस तरह के ढलान पर टिका कर रख दिया था। मान्यता है कि कोई महिला ही इस पत्थर को इस जगह से हिला सकती है या स्थानांतरित कर सकती है। इस वजह से महिलाओं को इस सुनहरे पत्थर को छूने की अनुमति नहीं है, वो सिर्फ दूर से ही इसे देख सकती हैं। इस पत्थर के पास कोई महिला न जाने पाए, तीर्थ स्थल के अंदर आने वाले गेट पर हर वक्त सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और नजर रखते हैं।