
दुनिया में अपराध और रहस्यमयी घटनाओं की कमी नहीं है, लेकिन ईरान की 56 वर्षीय कोलसुम अकबरी का नाम सुनकर हर कोई सिहर उठता है। इस महिला पर आरोप है कि उसने पिछले दो दशकों में अपने 11 पतियों की जान ले ली। और भी हैरान करने वाली बात यह है कि पूछताछ में उसने खुद माना कि उसने 13 या शायद 15 लोगों को मौत के घाट उतारा होगा, लेकिन उसे गिनती तक याद नहीं।
कैसे पड़ी खून की लत?
कोलसुम की जिंदगी की शुरुआत सामान्य रही थी। मात्र 18 साल की उम्र में उसकी पहली शादी हुई, मगर वह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चला। इसके बाद उसने दोबारा विवाह किया, लेकिन दूसरा पति उम्रदराज और हिंसक था। रोज-रोज की पिटाई और अपमान ने कोलसुम के भीतर नफरत और लालच का बीज बो दिया। धीरे-धीरे उसने तय कर लिया कि अब वह पुरुषों से सिर्फ फायदा उठाएगी और रास्ते में आने वाले हर शख्स को ठिकाने लगाएगी।
अमीर और बुजुर्ग पुरुष बने शिकार
दूसरे पति की मौत के बाद कोलसुम ने एक खतरनाक रास्ता चुना। वह अमीर, बूढ़े और अकेले पुरुषों को टारगेट करने लगी। शादी के कुछ ही समय बाद वह उन्हें धीरे-धीरे जहरीली दवाइयों और औद्योगिक अल्कोहल का घातक मिश्रण पिला देती। अगर जहर असर न करता तो वह रात में तकिए से उनका दम घोंट देती। लोगों को लगता कि बुढ़ापे या बीमारी की वजह से मौत हुई है, जबकि असलियत में यह सब उसकी सोची-समझी साजिश थी।
शहर-शहर बदलकर रची साजिशें
कोलसुम ने कभी भी एक ही जगह रुककर अपराध नहीं किया। वह अलग-अलग शहरों में विवाह करती और अपने पतियों को खत्म कर देती। इस तरह वह संदेह से दूर बनी रही। समाज ने उसे हमेशा एक बेचारी विधवा माना, जो बार-बार पति खोने का दुख झेल रही है। मगर असलियत में हर मौत के पीछे वही खड़ी थी।
ऐसे खुला राज़?
साल 2023 में उसका खौफनाक खेल आखिरकार सामने आ गया। उसका आखिरी शिकार 82 वर्षीय बुजुर्ग घोलमरेजा बाबाई था। अचानक हुई मौत पर बाबाई के बेटे को संदेह हुआ। उसने छानबीन की तो पता चला कि कोलसुम को लेकर पहले से ही अजीब चर्चाएं फैली हुई हैं। बेटे ने पुलिस को बुलाया और जांच शुरू हुई।
शुरुआत में महिला ने तमाम आरोपों से इनकार किया, लेकिन जब सबूतों का पहाड़ खड़ा हो गया तो उसने खुद स्वीकार कर लिया कि वह अपने कई पतियों को जहर देकर मार चुकी है।














