
ऐप्पल ने iPhone 13 Pro के बाद अपने फ्लैगशिप मॉडलों में LTPO डिस्प्ले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया था। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि LTPO डिस्प्ले का युग खत्म होने वाला है और ऐप्पल अपने आगामी iPhone में HMO (High Mobility Oxide) डिस्प्ले टेक्नोलॉजी को अपनाने पर विचार कर रही है। आइए जानते हैं कि HMO डिस्प्ले में क्या खास बातें हैं और यह LTPO से कैसे अलग है।
HMO डिस्प्ले के प्रमुख फायदे
HMO टेक्नोलॉजी नए जमाने की डिस्प्ले तकनीक है, जिसे ऐप्पल अपने डिवाइस में शामिल करने की तैयारी कर रही है। इसका पहला बड़ा लाभ यह है कि HMO डिस्प्ले के साथ ऐप्पल ज्यादा रेजॉल्यूशन ऑफर कर सकती है। अगर iPhone की स्क्रीन का आकार बड़ा हो, तो HMO डिस्प्ले की मदद से पिक्सल क्वालिटी को बनाए रखना आसान होगा।
दूसरा फायदा पावर एफिशिएंसी से जुड़ा है। HMO डिस्प्ले कम बिजली खपत करता है, जिससे बैटरी पर दबाव कम होगा और यूज़र को लंबी बैटरी लाइफ मिलेगी। इससे ऐप्पल अगर अपने आने वाले iPhone में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल करती है, तो डिस्प्ले के कारण बैटरी की चिंता कम हो जाएगी।
तीसरा लाभ लागत से जुड़ा है। HMO डिस्प्ले बनाना LTPO की तुलना में सस्ता है। सप्लायर कम खर्च में इसे तैयार कर सकते हैं, जिससे iPhone की कीमत पर भी नियंत्रण रखा जा सकेगा।
भविष्य में अन्य कंपनियों का रुझान
अभी ऐप्पल LTPO डिस्प्ले को बदलने पर विचार कर रही है, इसलिए HMO डिस्प्ले वाले iPhone के लॉन्च होने में थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन अगर ऐप्पल इस तकनीक को अपनाती है, तो अन्य मोबाइल निर्माता कंपनियां भी इसे अपने स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल करना शुरू कर सकती हैं। इसका मतलब है कि आने वाले समय में हमें HMO डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन की भरमार देखने को मिल सकती है।
HMO डिस्प्ले के साथ iPhone की स्क्रीन क्वालिटी, बैटरी लाइफ और निर्माण लागत में संतुलन मिलेगा, और यह टेक्नोलॉजी आने वाले स्मार्टफोन बाजार में एक नई लहर ला सकती है।














