
कुचामन शहर में एक अनोखी और सराहनीय पहल सामने आई है। शादी के दौरान बारातियों को पारंपरिक उपहारों के बजाय हेलमेट देकर स्वागत किया गया और उन्हें सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। यह पहल न सिर्फ अनोखी थी, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी एक उदाहरण बनी।
कुचामन की पटवारियों की कोठी, पदमपुरा रोड निवासी मनोज बारवाल की बेटी सोनू की शादी रविवार को यश बेड़वाल से संपन्न हुई। शादी तय होने के समय ही मनोज बारवाल ने वर पक्ष से बारातियों को हेलमेट उपहार में देने का निर्णय लिया था। शादी के दिन वरमाला के बाद मंच पर पहले दूल्हे को हेलमेट दिया गया और फिर सभी 286 बारातियों को हेलमेट के रूप में उपहार प्रदान किए गए।
बारातियों को हेलमेट उपहार में देने का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और सुरक्षा का संदेश देना था। दुल्हन के दादा रामकरण कुमावत ने बताया कि अधिकांश सड़क हादसों में मौत का कारण हेलमेट न पहनना या चालक की लापरवाही होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी बारातियों को हेलमेट दिए गए और उन्हें सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई गई।
संत महात्मा भगवान दास ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बारवाल परिवार द्वारा की गई यह पहल समाज के लिए प्रेरणादायक है। दुल्हन की बहन हेमलता कुमावत ने कहा कि यह एक नई शुरुआत है और सभी को प्रेरित किया जाना चाहिए कि किसी भी कार्यक्रम में हेलमेट वितरण कर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए।
शादी में शामिल मेहमानों ने भी इस पहल की प्रशंसा की। मुन्नालाल ने बताया कि हेलमेट वितरण देखकर उन्हें इसका महत्व समझ में आया और घर पर होने वाले कार्यक्रमों में भी वे हेलमेट वितरण को अपनाएंगे। बारात में आईं सरिता ने कहा कि वे पहले हेलमेट नहीं पहनती थीं, लेकिन अब वह इसे अपनाएंगी और दूसरों को भी प्रेरित करेंगी।














