
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (25 जून) को पंजाब और गुजरात के पार्टी नेताओं के साथ एक प्रेरणादायक मुलाकात की। यह मुलाकात उपचुनावों में मिली जीत की खुशी के मौके पर हुई, जहां उन्होंने विशेष रूप से लुधियाना वेस्ट सीट से विजयी हुए संजीव अरोड़ा को विधायक बनने की हार्दिक बधाई दी। साथ ही उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी इस शानदार जीत के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं दीं।
"इस बार 100 पार तो करना ही चाहिए" — बोले केजरीवाल
केजरीवाल ने उत्साह भरे लहजे में कहा, “दो साल बाद पंजाब में फिर से विधानसभा चुनाव हैं। अब तक हमारी सरकार को तीन साल हो चुके हैं। आमतौर पर कहा जाता है कि तीन साल बाद सत्ता विरोधी लहर (एंटी-इनकंबेंसी) आ जाती है, लेकिन जिस अंतर से संजीव अरोड़ा जीते हैं, वो दरअसल प्रो-इनकंबेंसी का संकेत है। लोग इस बार पिछली बार से भी ज्यादा समर्थन देने को तैयार हैं। मैं मान साहब को दिल से बधाई देता हूं, उनकी सरकार बेहतरीन काम कर रही है। पिछली बार 92 सीटें आई थीं, इस बार 100 पार करना तो बनता है।”
राजनीति को साफ करने का मिशन
उन्होंने आगे कहा कि “आम आदमी पार्टी राजनीति में कोई छोटी रेखा खींचने नहीं आई, हम राजनीति को बदलने आए हैं। हम साफ सुथरी और जनसेवा केंद्रित राजनीति का उदाहरण बनाना चाहते हैं। जनता अब साफ राजनीति चाहती है, जिसमें सेवा हो, ईमानदारी हो और लोगों की परवाह।”
“नशा माफियाओं को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा” — पंजाब में सख्ती का ऐलान
केजरीवाल ने नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की मुहिम को भी रेखांकित किया। उन्होंने भावुक होकर कहा, “हमने पंजाब में नशे के खिलाफ एक जंग छेड़ी है। गांव-गांव से, हर छोटे-छोटे घर से हमें आशीर्वाद मिल रहा है। जिन परिवारों के बच्चे नशे में डूबे थे, अब वो वापसी कर रहे हैं — यही हमारा सबसे बड़ा पुरस्कार है।”
उन्होंने यह भी साफ कर दिया, “देश में दिल्ली हो, हरियाणा, गोवा या गुजरात, नशा हर जगह बिक रहा है। लेकिन पंजाब में जैसी सख्ती दिखाई जा रही है, वैसी कहीं नहीं। चाहे नशा तस्कर कोई बड़ा नेता ही क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”














