ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, लेकिन दिल दहलाने वाली स्थिति जरूर बन गई। हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई थी, हर कोई भगवान के दर्शन और रथ को छूने की चाहत में डूबा था। लेकिन इस आस्था के समंदर में एक पल ऐसा आया, जब सब कुछ हिल गया। रथ यात्रा के दौरान अचानक भगदड़ मच गई और 600 से ज्यादा श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि ये भगदड़ श्री नहर (राजा का महल) के पास उस वक्त हुई जब लोग ‘पहाड़ी’ समारोह के तहत गजपति दिव्यसंघदेव के दर्शनों के लिए इकट्ठा हुए थे।
एकाएक मचा कोहराम, श्रद्धालु हुए बेसुध
हजारों की भीड़ को संभालना आसान नहीं होता, और प्रशासन को भीड़ को कंट्रोल करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी। इसी बीच अफरातफरी मच गई। कोई आगे भागा, कोई पीछे गिरा। जो जहां था, वहीं डर और घबराहट में जम गया। कुछ श्रद्धालु तो इस भगदड़ में इतने घबरा गए कि वहीं बेहोश होकर गिर पड़े। जैसे-तैसे उन्हें संभाला गया और तत्काल पुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
प्रशासन ने बचाई बड़ी अनहोनी
CDMO सूत्रों की मानें तो सभी घायलों को प्राथमिकता से इलाज मुहैया कराया गया है। मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रण में लिया और किसी बड़ी अनहोनी को टालने में सफल रहे।
पिछले साल भी नहीं थमी थी भीड़ की बेकाबूता
साल 2024 की रथ यात्रा के दौरान भी इसी तरह की भगदड़ की खबर आई थी, जिसमें एक श्रद्धालु की दम घुटने से मौत हो गई थी। इस बार प्रशासन ने उस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन लाखों श्रद्धालुओं के समंदर में खतरा फिर भी बरकरार रहा।
भीड़ की भक्ति और बेचैनी की टक्कर
इस बार भी ग्रैंड रोड पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा था। जैसे ही बलभद्र का रथ खींचना शुरू हुआ, हजारों लोग रस्सी को छूने के लिए आगे बढ़े। रथ को घटनास्थल से ढाई किलोमीटर दूर स्थित गुंडिचा मंदिर की ओर खींचा जा रहा था, लेकिन तभी भीड़ इतनी बढ़ गई कि कई लोगों का दम घुटने लगा। धक्का-मुक्की में कई श्रद्धालु जमीन पर गिर गए। उनकी आंखों में भक्ति थी लेकिन शरीर थक चुका था।